मेथी दाना : Fenugreek Seeds
गर्भावस्था के दौरान बुखार को दूर करने के लिए मेथी के दानों का प्रयोग कर सकती हैं. इसके लिए आप एक कप पानी में एक चम्मच मेथी के दाने डालकर रात भर रख दें. और सुबह पानी को छानकर पी लें. गर्भावस्था के दौरान मेथी का सेवन सुरक्षित माना जाता है यह आप को बुखार दूर करने में सहायता करेगा.
हल्दी : Turmeric
हल्दी में कई प्रकार के एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं यह इम्यून सिस्टम को भी स्ट्रांग करता है. आप एक गिलास पानी में एक चम्मच शुद्ध हल्दी पाउडर डालकर उसे गर्म करें. स्वाद के लिए आप इसमें कुछ दाने चीनी के भी डाल सकते हैं. जब यह हल्का ठंडा हो जाए तो आप इसे पी ले.
पानी: पानी शरीर के तापमान को कम करने के लिए बहुत फायदेमंद होता है. अगर महिला को हल्का हल्का बुखार रहता है तो अगर वह भरपूर मात्रा में पानी पीती है तो तापमान नीचे आ जाता है. अगर आपको प्रेग्नेंसी के समय बुखार की समस्या है तो आप भरपूर मात्रा में पानी पीएं. यह आपकी मदद करेगा और आपको हाइड्रेट भी रखेगा.
तुलसी की चाय : Basil Tea
गर्भावस्था के दौरान कई तकलीफों को दूर करने के लिए तुलसी का सेवन किया जाता है. बुखार होने पर एक कप पानी में तुलसी के चार-पांच पत्तों को दो-तीन मिनट तक उबालें और हल्का ठंडा होने पर पिएं. तुलसी का एंटी फीवर गुण आपको बुखार से निजात दिलाने का काम करेगा.
अदरक और शहद : Honey and Ginger
अदरक और शहद का मिश्रण भी शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करता है. किसके लिए आप आधा कटे हुए अदरक को एक कप पानी में डालें और 5 मिनट तक अच्छी तरह से उबालकर हल्का ठंडा कर दें. उसके बाद उसमें एक चम्मच शहद मिलाकर पिए .अदरक और शहद एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से समृद्ध होते हैं बुखार को दूर करने में आपकी मदद करेंगे , लेकिन इस बात का भी ध्यान रखें गर्म पानी में शहद बिल्कुल भी ना डालें या पानी में डालकर शहद को गर्म नहीं करें, नुकसान देता है.
प्रेगनेंसी में बुखार आने पर सावधानी – Pregnancy me Fever Aane per Savdhani
प्रेगनेंसी में बुखार आने पर महिला को किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतनी चाहिए तुरंत किसी एक्सपर्ट से सलाह लेनी चाहिए क्योंकि बुखार कभी-कभी लंबा चलकर टाइफाइड की समस्या पैदा कर सकता है जो गर्भस्थ शिशु और महिला दोनों के लिए एक दुखद स्थिति हो सकती है बच्चे के पोषण को ब्रेक लग सकता है तो इस बात का तो विशेष ध्यान रखें कि आपको टाइफाइड ना बन जाए.
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सावधानी के लिए आप ज्यादा घर से न निकलें। अगर बाहर निकलें, तो सनग्लास लगाएं और नोज मास्क का इस्तेमाल करें। इसके रोकथाम के लिए अपने से कोई दवाई न लें। बेहतर इलाज के लिए डॉक्टर से संपर्क करें.
बरसात के मौसम में महिलाओं को विशेष तौर से इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उन्हें मच्छर ना काटे वरना डेंगू होने का खतरा हो सकता है. और व्यवस्था के अंदर डेंगू होना बहुत नुकसानदायक होता है इसे कहने की आवश्यकता नहीं है. आप रात को सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें और दूसरे प्रकार के जो ऑप्शन है हर्बल ऑप्शन है उनका प्रयोग करें. लेकिन आपको इस बात का भी ध्यान रखना है कि आपको ज्यादा कीटनाशक अपने चारों तरफ लगाकर नहीं रखना है यह भी नुकसान देता है.
जुखाम की वजह से भी बुखार की समस्या होती है तो आपको ऐसे कार्य नहीं करने हैं जिससे आपको खांसी जुखाम हो ज्यादा ठंडी चीजों का सेवन नहीं करना है सर्दी गर्मी वाले मौसम में जल्दी-जल्दी नहीं आना जाना है और भी जो दूसरे कार्य हैं जिनकी वजह से खांसी जुखाम होता है उन से बचे.