हम चर्चा करने जा रहे हैं कि किस प्रकार से विभिन्न प्रकार के भोजन गैस के उत्पादन को बढ़ाते हैं और व्यक्ति को गैस की समस्या काफी ज्यादा नजर आने लगती है. चर्चा करते हैं कि ऐसा क्यों होता है. यह भोजन क्यों गैस का उत्पादन अधिक करते हैं इसके पीछे क्या कारण है.
आजकल गैस की समस्या से लगभग अधिकतर लोग परेशान हैं. इसका मुख्य कारण तो हमारा बदलता लाइफस्टाइल हमारे फूड हैबिट और हमारा अपने शरीर के प्रति जागरूक नहीं होना ही होता है.
लेकिन इसके अलावा भी दूसरे काफी सारे फैक्टर है, जो गैस की समस्या का कारण बनते हैं. अभी जिन फैक्टर की हमने बात की है, उन्हें तो हम कंट्रोल कर सकते हैं. लेकिन कुछ ऐसे फैक्टर भी होते हैं, जिन्हें हम कंट्रोल नहीं कर सकते हैं, और उनका कारण हमें नहीं पता होता है.
बहुत सारे अच्छे भोज्य पदार्थ होते हैं जिन्हें खाने से व्यक्ति को गैस की समस्या होने लगती है.
एक काफी विचित्र प्रश्न है, कि एक व्यक्ति को एक भोजन से गैस बनती है. दूसरे व्यक्ति को उस भोजन से गैस नहीं बनती है. लेकिन उसे किसी और भोजन से गैस बनती है ऐसा क्यों?
इस प्रश्न का उत्तर काफी टिपिकल है. अभी तक मेडिकल साइंस भी इस बारे में कोई निश्चित जानकारी नहीं दे पाई है. और ना ही आयुर्वेद के तरफ से इस संबंध में कोई विशेष बात कही गई है. बस एक बात यही कही जाती है, कि आप ऐसे भोजन को खाने से बचें जो आपको गैस बनाता है. ऐसा होता क्यों है?
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इस बारे में कुछ निश्चित नहीं कहा जा सकता है, लेकिन ऐसा क्यों होता है. इसके बारे में एक लेख है.
जैसे कि एक व्यक्ति देखने में एक जैसा नहीं होता है, उसी प्रकार से हर एक व्यक्ति का बॉडी स्ट्रक्चर, बॉडी केमिकल कंस्ट्रक्शन अलग अलग होता है.
व्यक्ति अलग-अलग प्रकार के भोजन को पसंद करता है.
अलग-अलग स्वाद व्यक्ति को पसंद आता है.
व्यक्ति अलग-अलग प्रकार की एक्टिविटी में एक्टिव होता है.
अलग-अलग प्रकार के वातावरण में रहता है.
हमारी बॉडी जितने भी प्रकार के हारमोंस एंजाइम या तत्वों से मिलकर बनी है. हर एक शरीर के अंदर इनकी मात्रा का प्रतिशत अलग अलग होता है. यह वातावरण, व्यक्ति के भोजन, उसके लाइफस्टाइल और एक्टिविटी पर काफी हद तक निर्भर करता है. यह उसके जींस पर भी निर्भर करता है.
व्यक्ति के शरीर में भोजन को पचाने के लिए पाचक रस उत्पन्न होते हैं. यह पाचक रस के विभिन्न प्रकार के एंजाइम और तत्वों के मिश्रण से बनते हैं. और हर एक व्यक्ति के पाचक रस में इनकी प्रतिशत मात्रा अलग-अलग होती है.
हर एक व्यक्ति का पाचक रस अलग-अलग क्षमता वाला होता है. कोई पाचक रस विशेष प्रकार के भोजन को पचाने में सक्षम होता है, और कोई पाचक रस किसी विशेष प्रकार के भोजन को सही प्रकार से पचाने में सक्षम नहीं होता है.
किस व्यक्ति को किस प्रकार के खाद्य पदार्थ से गैस बनती है. यह सब हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग होता है. इसका कोई निश्चित पैटर्न नहीं है. जिसे देखकर इस बात को बताया जा सके या इसके बारे में कुछ नियम बनाया जा सके.
बस इतना ही कहा जा सकता है, कि जिस व्यक्ति को जिस खाद्य पदार्थ से गैस बनती है. उसे उस खाद्य पदार्थ को कम से कम खाना चाहिए.
इसी प्रकार से एक बात और कही जाती है कि किसी भी व्यक्ति को किसी भी प्रकार के खाद्य पदार्थ से एलर्जी हो सकती है. इसका भी कोई निश्चित पैटर्न नहीं होता है. बस उस खाद्य पदार्थ को खाने से बचना चाहिए. इस विषय में अभी तक कोई शोध करके निश्चित नियम नहीं बनाया गया है.