मोबाइल की लत लगने का जो सबसे बड़ा कारण होता है, वह तो हम स्वयं ही होते हैं. क्योंकि हम बच्चों से पीछा छुड़ाने के चक्कर में उन्हें मोबाइल दे देते हैं. शुरू शुरू में तो यह हमें काफी अच्छा लगता है, लेकिन जब बच्चा इसकी लत के गिरफ्त में आ जाता है, तो फिर हम सोचने लगते हैं.
दोस्तों अगर हम बच्चे का ध्यान रखें उसके बाद भी बच्चा कभी-कभी मोबाइल को लेकर का की जिद करता है वह कौन कौन से कारण हो सकते हैं इस पर बात करेंगे ताकि आपको पता हो तो आप उन सब बातों का ध्यान रखें.
दूसरे को देखकर मोबाइल की इच्छा
दोस्तों छोटा बच्चा दूसरे छोटे बच्चों से या अपने से कुछ बड़े बच्चों से ज्यादा प्रभावित रहता है, और इंसान एक सामाजिक प्राणी है. वह समाज में घुल मिल कर रहता है, और बच्चे एक-दूसरे के साथ खेलना भी पसंद करते हैं. ऐसे में अगर किसी दूसरे परिवार का बच्चा मोबाइल के संबंध में आपके बच्चे से ज्यादा बातें करता है. मोबाइल की फंक्शनैलिटी, उसके गेम्स, उसकी क्षमताओं के बारे में आपके बच्चे के साथ बात करता है, तो जाहिर सी बात है कि आपके बच्चे के मन में भी मोबाइल के प्रति आकर्षण पैदा होगा, और वह मोबाइल के लिए आपसे जिद करेगा. तो आप उस दूसरे बच्चे के मां-बाप को इस संबंध में बताइए मोबाइल के दुष्प्रभाव के बारे में बात करें क्योंकि आपका बच्चा उस बच्चे के साथ खेलता है.
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बड़े भाई बहनों का मोबाइल प्रयोग करना
अगर आपके घर में कोई दूसरा बड़ा बच्चा है और वह अगर मोबाइल का प्रयोग अपने लिए करता है चाहे वह अपनी पढ़ाई से संबंधित बातों का ज्ञान मोबाइल से ले या वह फोन करें या गेम खेलें, तब भी यह समस्या आती है, क्योंकि घर का बच्चा हमेशा अपने से बड़े बच्चे से कंपटीशन रखता है. उसे जो चाहिए छोटे बच्चे को भी वही चाहिए होता है.
ऐसे में अगर वह मोबाइल का प्रयोग करेगा तो आपका बच्चा भी मोबाइल की जिद करेगा क्योंकि आप मोबाइल के दुष्प्रभावों को जानते हैं तो आप उसकी जीत पूरा जिद को पूरा करना नहीं चाहेंगे, परेशानी होगी.
इस समस्या का एक ही छोटा सा समाधान है कि आपका बड़ा बच्चा मोबाइल का प्रयोग उस वक्त करें जब छोटा बच्चा उसके साथ नहीं हो अर्थात उससे बचकर उसकी नजर से हटकर ही वह मोबाइल का प्रयोग करें. कभी-कभी बड़ा बच्चा मोबाइल के विषय में छोटे भाई को या बहन को बता देता है कि उसने मोबाइल चलाया है, तो फिर आफत आ जाती है. आपको इस बात का भी ध्यान रखना है कि आपका बड़ा बच्चा छोटे भाई या बहन से बिल्कुल भी मोबाइल के संबंध में किसी भी प्रकार की चर्चा ना करें बल्कि उसे डिमोटिवेट करें.
दूसरे बच्चों का मोबाइल चलाना स्वीकार करना
जब आपका बच्चा स्कूल जाता है तो बच्चों में भी आपस में कंपटीशन होता है. उसके पास क्या है और उसे किस बात का ज्ञान है और उसे कौन-कौन सी नई बातें का पता है और वह किस किस चीज का प्रयोग अपने मनोरंजन के लिए करता है इन सब चीजों का कंपटीशन अक्सर बच्चों के अंदर देखने में आता है.
बच्चा उन सब चीजों के बारे में ज्यादा सोचता है, जो चीजें दूसरे बच्चे के पास है, और आपके घर में भी है तो उनमें सबसे ज्यादा कॉमन चीज मोबाइल ही होता है. अगर आपके बच्चे का दोस्त जो स्कूल में पढ़ता है, वह मोबाइल का प्रयोग अपने मनोरंजन के लिए करता है. कोई गेम खेलता है, तो मैं आपके बच्चे से उसके बारे में जरूर चर्चा करेगा और आपके बच्चे को भी पता है कि आपके यहां भी मोबाइल है तोबा यह जरूर चाहेगा कि वह भी कल जाकर बच्चे को मोबाइल के संबंध में कुछ नया जरूर बताएं.
वह मोबाइल में कुछ ऐसा जरूर करना चाहेगा जो उसके दोस्त को नहीं पता या उसके सहपाठी को नहीं पता है. इन सब इच्छाओं को लेकर भी बच्चा आपसे मोबाइल लेने की जिद करेगा. सामाजिक आवश्यकताओं के कारण उसके अंदर मोबाइल के प्रति लत पैदा होगी.
इसके लिए आप बच्चे से पूछे तो वह मोबाइल क्यों देखना चाहता है मैं बता देता है उसके दोस्त के पास मोबाइल का एक्सिस है तो इसके लिए आप बच्चे के स्कूल में स्कूल टीचर से बात करें उसे समस्या बताएं और उनसे कहे कि वह मोबाइल के प्रयोग को लेकर बच्चों को डिमोटिवेट करें. क्योंकि अक्सर देखने में आता है कि बच्चे मां-बाप की बात एक बार को नहीं मानते हैं लेकिन उनकी टीचर उनसे किसी कार्य को कहती है तो वह उसे बहुत ज्यादा सीरियसली लेते हैं. इस प्रकार आपकी समस्या में समाधान अवश्य मिलेगा.