इससे पहले हमने एक Article दिया है जिसके अंदर हमने आपसे इस बात पर चर्चा की थी कि आपके बच्चे को अगर गलत प्रकार के वीडियोस या एडल्ट वीडियोस देखने की लत लग गई है, तो ऐसी कौन कौन सी संभावनाएं हैं, जिसकी वजह से यह संभव हुआ है.
अगर आप अपने बच्चे को लेकर थोड़ा सावधानी रखना चाहते हैं तो आप इस वीडियो को जरूर देखें हो सकता है कि उनमें से कुछ गलतियां आपके द्वारा भी की जा रही हो तो आप उनसे बच सकते हैं.
आज हम बात करेंगे कि अगर बच्चा पॉर्न एडल्ट वीडियोस काफी ज्यादा देख रहा है तो उसे किस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. कौन-कौन से परिवर्तन उसके जीवन में आ सकते हैं, जो उसे नुकसान पहुंचाएंगे.
देखिए कुछ एडल्ट प्रोग्राम तो हम अपने बच्चों को स्वयं अपने बगल में बैठ कर दिखाते हैं जैसे कि कुछ एंटरटेनमेंट चैनलों पर लेट नाइट आने वाले धारावाहिक उनके चैनलों पर दिनभर रीप्ले के रूप में चलते हैं, जो कि अपने आप में गैरकानूनी भी है और बच्चों के नजरिए से वह 15 से 16 साल का बच्चा देखे तो सही रहता है.
ऐसे में आपका बच्चा जब अपनी उम्र से पहले ही वह सब बातें जाने का जो नहीं जानी चाहिए, तो फिर बच्चे की मानसिकता तो बदल ही जाएगी.
कोई भी कार्य अपनी ही उम्र में सही लगता है अर्थात हर कार्य की एक उम्र निर्धारित होती है जो कि समाज के अनुसार धीरे-धीरे बन गई है सेट हो गई है. सामाजिक और शारीरिक आवश्यकताओं को देखते हुए एडल्ट वीडियोस देखने की उम्र 18 साल निर्धारित की गई है और 18 साल तक बच्चा अपनी पढ़ाई में, नैतिकता के ज्ञान में, समाज को समझने में अपना समय देता है.
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अगर बच्चा किसी कारणवश कम उम्र में ही एडल्ट वीडियोस की तरफ अपना रुझान करेगा तो उसके काफी सारे नुकसान देखने में नजर आते हैं. पहले तो बच्चा मोबाइल की लत का शिकार हो जाएगा जो अपने आप में काफी नुकसानदायक है.
झूठ बोलने की आदत
प्रत्येक बच्चा जानता है कि अगर वह एडल्ट वीडियोस की तरफ आकर्षित है तो यह समाज में स्वीकार्य नहीं है.
इसलिए वह इस तरह के वीडियोस को देखने के लिए झूठ का सहारा बहुत ज्यादा लेता है और बच्चे में झूठ बोलने की एक बड़ी आदत बन जाती है. क्योंकि गलत कार्य ही झूठ की जननी होते हैं.
मोबाइल की लत
अपनी इस आदत की पूर्ति के लिए वह उसे मोबाइल की आवश्यकता होती है. इसलिए मोबाइल की लत होना एक मामूली बात हो जाती है.
चोरी की आदत
बच्चा अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए जैसे कि मोबाइल का डाटा चाहिए अगर आपने मोबाइल छीन लिया है तो उसे फिर मोबाइल भी चाहिए इसके लिए बच्चे चोरी करने पर भी आमादा हो जाते हैं.
पढ़ाई पर ध्यान नहीं देना
यह समस्या बच्चों के एडल्ट हारमोंस को काफी ज्यादा एक्टिवेट कर देती है जिसकी वजह से बच्चा अपनी पढ़ाई में ध्यान नहीं दे पाता है.
बच्चे की संगति
धीरे-धीरे बच्चा इस प्रकार के बच्चों की संगति में आने लगता है जो उसी के जैसे होते हैं और धीरे-धीरे बच्चे का करैक्टर खराब होने लगता है.
बच्चे में से धीरे-धीरे नैतिकता समाप्त होने लगती है.
ऐसे बच्चे जो गलत प्रकार की वीडियोस को देखते हैं उनका दिमाग सामान्य बच्चों के दिमाग की तुलना में कम विकसित होता है छोटा रह जाता है यह बात एक रिसर्च के द्वारा सामने आई है.
धीरे-धीरे बच्चा अपनी कुंठा को लेकर डिप्रेशन का शिकार हो सकता है.
इस प्रकार के बच्चों में धीरे-धीरे चिड़चिड़ापन उग्रता और क्रूरता के लक्षण नजर आने लगते हैं.