टोंगकैट अली इंडो चाइना क्षेत्र में प्रमुख रूप से पाया जाने वाला पौधा है. जिसका प्रयोग लोक चिकित्सा अर्थात ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सीय कार्य में किया जाता है.
इस पौधे की पैदावार कंबोडिया, लाओस, म्यामार, थाईलैंड, वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया, सुमात्रा, बोर्नियो इत्यादि देशों में होती है. यह फिलीपींस में भी पाया जाता है.
टोंगकैट अली पौधे की ऊंचाई लगभग 10 मीटर तक जा सकती है. इस पौधे की जड़े स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से अत्यधिक महत्वपूर्ण होती है.
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![टोंगकैट अली टोंगकैट अली](https://rootofscience.com/blog/wp-content/uploads/2021/07/khasiat-tongkat-ali.jpg)
यूरीकोमा लॉन्गिफ़ोलिया (टोंगकैट अली , पासाक बुमी , या लॉन्गजैक कहा जाता है) सिमरौबेसी परिवार में एक फूल वाला पौधा है.
इंडोचाइना देशों में इस पौधे की औषधि को वियाग्रा के समान माना जाता है जो पुरुष की मर्दाना ताकत, शारीरिक ताकत और मानसिक ताकत को बढ़ाने के लिए जाना जाता है.
यह टोंगकैट अली एक भारतीय आयुर्वेदिक औषधि नहीं है लेकिन यह एक जड़ी-बूटी ही है. इस से बने उत्पाद आपको ऑनलाइन या किसी भी जड़ी-बूटी विक्रेता के यहां बड़ी आसानी से प्राप्त हो जाते हैं, जो बहुत अच्छे शारीरिक प्रभाव देते हैं.
यह एक हर्बल औषधि है जो विशेष रूप से फ्लेवोनॉयड्स अल्कलॉइड्स और अन्य यौगिक का मिश्रण होती है. इसके अंदर जो एक्सीडेंट होते हैं वह शरीर की कोशिकाओं को क्षति पहुंचाने वाले मुक्त कणों से लड़ कर उन्हें समाप्त करने का कार्य करते हैं.
टोंगकैट अली लाभ – Tongkat Ali ke fayde
कई रिसर्च के बाद यह सिद्ध हुआ है कि यह कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है. चर्चा करते हैं —
पुरुषों के लिए लाभ
यह विशेष रूप से किस लिए प्रसिद्ध है क्योंकि यह पुरुषों की कई सारी समस्याओं को दूर करने का कार्य करती है.
पुरुषों के शारीरिक स्वास्थ्य से लेकर मानसिक स्वास्थ्य और यौन स्वास्थ्य तक कमाल के रिजल्ट से प्राप्त होते हैं.
पुरुषों का यौन स्वास्थ्य पुरुषों के सेक्स हारमोंस जिसे हम टेस्टोस्टेरोन कहते हैं, शरीर में उसकी मात्रा पर काफी हद तक निर्भर करता है. यह इस हार्मोन की मात्रा को शरीर में बढ़ाने का कार्य करती है.
पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टरॉन कम होने के कुछ कारण होते हैं. आपको उन्हें भी समझना चाहिए.
- बढ़ती उम्र के साथ यह हार्मोन कम हो सकता है
- कीमोथेरेपी की वजह से यह हारमोंस कम हो जाता है
- विकिरण उपचार करने पर यह हार्मोन कम हो जाता है
- कुछ दवाओं के प्रभाव से भी इसकी उत्पत्ति पर प्रभाव पड़ता है
- कई बार जननांगों में चोट लगने की वजह से इस हारमोंस के उत्पादन में कमी आती है
- कुछ दवाओं के प्रयोग से भी यह हार्मोन बनना कम हो जाता है
- अंडकोष में संक्रमण की वजह से टेस्टोस्टेरोन बनना कम हो सकता है.
- पुरानी शराब अधिक पीने पर भी यह समस्या आ जाती है.
और भी बहुत सारे छोटे बड़े कारणों की वजह से यह समस्या उत्पन्न हो सकती है, जो आपकी अपनी पर्सनल लाइफ स्टाइल की वजह से हो सकते हैं. आपके अपने भोजन पैटर्न की वजह से हो सकते हैं.
टेस्टोस्टेरोन हार्मोन कम होने की वजह से
- कामेच्छा में कमी,
- स्तंभन दोष,
- बांझपन की समस्या
- शुक्राणुओं में कमी
इत्यादि शामिल है. टोंगकैट अली योगिक टेस्टोस्टेरोन को बढ़ावा देने का कार्य करते हैं, और इन सभी समस्याओं का इलाज आसानी से हो जाता है.
TIP: पुरुषों के
समग्र विकास जैसे कि शारीरिक विकास, मानसिक विकास और मर्दाना ताकत के विकास इत्यादि
के लिए आयुर्वेद के अंदर काफी सारी जड़ी बूटियां प्रयोग में लाई जाती है जैसे कि –केसर, सफेदमूसली, शतावरी, अश्वगंधा, शिलाजीत, गोखरू, विदारीकंद, स्वर्ण भस्म, कौंच के बीज, मेथीपाउडर, जिनसेंग,
जिंक, सालम पंजा, काली मूसली इत्यादि. इन जड़ी-बूटियों से बने नुस्खे
बहुत लाभदायक और शक्तिशाली होते हैं.
तनाव दूर करता है
टोंगकट अली की जड़ों में ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो मस्तिष्क को रिलैक्स करने में मदद करते हैं, और मस्तिष्क से ऐसे तत्वों का उत्सर्जन होता है, जो खुशी पैदा करने का कार्य करते हैं. इस वजह से —
- तनाव कम होता है
- चिंता कम होती है
- एंजायटी की समस्या सुधरती है
- मूड अच्छा रहता है
- क्रोध कम आता है
बिना वजह उर्जा का प्रयोग मस्तिष्क में नहीं होता है. वह शरीर के लिए उपयोग में आती है. इस वजह से ओवरऑल शरीर की परफॉर्मेंस सुधर जाती है.
शारीरिक संरचना को सुधारना है
रिसर्च के बाद यह बात सामने आई है, कि यह एथलेटिक प्रदर्शन को बढ़ावा देने, मांसपेशियों को ताकत देने का कार्य करता है.
अक्सर यह मांसपेशियों की शक्ति और बनावट में सुधार करने का कार्य भी करता है. इस वजह से शारीरिक सुंदरता से संबंधित खेलों के खिलाड़ियों के लिए यह उपयोगी माना जाता है. इसके प्रयोग से व्यक्ति का शरीर गठीला और मजबूत बनता है.
टोंगकट अली के नुकसान
अगर किसी व्यक्ति को टोंगकट अली के प्रयोग से एलर्जी होती है, तो उसे उसके शरीर के अनुसार नुकसान आ सकते हैं.
लेकिन रिसर्च में यह भी सामने आया है, कि इसका अधिक प्रयोग करने से यह शरीर की कोशिका की शारीरिक बनावट को नुकसान पहुंचा सकता है.