सालम पंजा या सालम मिश्री (Salam Panja or Salam Mishri ) एक भारतीय वन औषधि है जो पहाड़ी क्षेत्रों में पाई जाती है. यह पुरुषों में होने वाली किसी भी प्रकार की कमजोरी को दूर करने की क्षमता रखती है. इसलिए इसे अत्यधिक गुणवान और महत्वपूर्ण औषधि माना जाता है.
सालम पंजा या सालम मिश्री को देसी वियाग्रा के नाम से भी जाना जाता है. यह पहाड़ के ऊंचे स्थानों तथा तिब्बत के कुछ इलाकों में पाई जाती है.
भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा में सालम पंजा एक जानी-मानी औषधि है. इसलिए इसका उत्पादन भारत में इतना नहीं होता है कि यह भारत में बनने वाली औषधियों में अपनी आवश्यकता को पूर्ण कर सके. इसलिए इसे ईरान और अफगानिस्तान जैसे देशों से आयात भी किया जाता है.
यह औषधि केबल मर्दाना ताकत को ही नहीं बढ़ाती है अपितु शरीर में ताजगी और स्फूर्ति भी पैदा करती है. यह एक खिलाड़ी जैसी ताकत और ऊर्जा पैदा करने की क्षमता रखती है.
सालम पंजा क्या है
इस औषधि का आकार एक पंजे के समान होता है. इसलिए इस के नाम में पंजा शब्द का इस्तेमाल किया जाता है. पंजा यह एक गढ़वाली औषधि है. सालम पंजा का वानस्पतिक नाम डेक्टाराइजा हाटागारिया (Dactylorhiza hatagirea) है.
इस पौधे की जड़ मनुष्य के हाथ के पंजे के समान नजर आती है. इसलिए इसे हत्थाजड़ी के नाम से भी जाना जाता है. इस पौधे की ऊंचाई 25 से 30 सेंटीमीटर के बीच में होती है. इस पौधे का कंद जो जमीन में पैदा होता है, वही औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है.
ठंडी जलवायु में पैदा होने वाले इस पौधे के ऊपर जामुनी कलर के फूल आते हैं, जो अत्यंत ही सुंदर नजर आते हैं. और फल हल्के गुलाबी रंग का होता है.
सलमा मिश्री या सलमा पंजा की न्यूट्रिशन वैल्यू
सालम पंजे की जड़ों में ग्लूकोसाइड लोरोग्लोसिन, स्टार्च, क्लोराइड, फॉस्फेट, क्लोराइड, म्यूसिलेज, एल्ब्यूमिन, शुगर और प्रमुख क्रियाशील तत्वों में डेक्टायलोरिन-ए से लेकर डेक्टायलोरिन-ई तक, डेक्टायलोसेस-ए तथा बी एवं लिपिड्स आदि पाये जाते हैं.
यह एंटीमाइक्रोबॉयल, anti-inflammatory और एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है. सालम पंजा में प्रोटीन और पोटेशियम आदि भी मौजूद होते हैं, यह सभी तत्व स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी होते हैं.
सालम पंजा के फायदे - Salma Panja ke fayde In Hindi
सालम पंजा एक ऐसा कंद है जिसे जड़ी-बूटी के तौर पर प्रयोग में लाया जाता है. समुद्र में यात्रा करने वाले नाविक अपने कफ, वात और पित्त को संतुलित रखने के लिए रोजाना सलमा पंजा को चाय के रूप में इस्तेमाल किया करते थे. इससे इसकी गुणवत्ता और इसके महत्वपूर्ण होने का पता चलता है. यह गर्म तासीर की होती है और कफ नाशक मानी जाती है.
सलमा पंजा के फायदे पुरुषों के लिए
जैसा कि हमने आपको बताया है, कि सलमा पंजा देसी वियाग्रा के रूप में विख्यात है. यह दुर्बलता का नाश करने वाली , बल वीर्य वर्धक और बाजी कारक गुणों से परिपूर्ण होती है.
- चूहों पर किए गए एक प्रयोग के अनुसार यह टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को बढ़ाने की क्षमता रखता है इस कारण से पुरुषों की मर्दाना ताकत के लिए इसके बहुत सारे गुण बढ़ जाते हैं.
- आजकल हमारी जीवन शैली अत्यधिक अस्त व्यस्त हो गई है.
- ना ही हमारे खाने का कोई समय है,
- ना ही हमारे सोने और जागने का कोई समय है.
- हमारे भोजन की पौष्टिकता भी समाप्त हो गई है.
- तनाव हमारे जीवन में स्थाई रूप से आ गया है.
- ऐसे में एक पुरुष को यौन संबंधी समस्याएं होना एक बहुत साधारण सी बात हो जाती है. अक्सर पुरुषों को स्वप्नदोष, नपुंसकता, धातु रोग, शीघ्रपतन और कामेच्छा में कमी जैसे जैसी समस्याएं देखने में आ रही है. जिसके कारण जीवन नीरस हो जाता है.
पुरुषों की यौन समस्याओं को दूर करने के लिए विभिन्न प्रकार के नुस्खे जो सालम पंजा के द्वारा निर्मित होते हैं वह इस प्रकार से हैं.
- सालम पंजा, काली मूसली, सफेद मूसली तीनों को बराबर मात्रा में लेकर बारीक चूर्ण बना लें. सुबह शाम 5- 5 ग्राम दूध के साथ लेने से यौन समस्याएं समाप्त होने लगती हैं. यह मुख्य रूप से कामेच्छा और काम शक्ति में वृद्धि करता है.
- धातु की दुर्बलता को दूर करने के लिए आप सालम पंजा, शतावरी और सफेद मुसली तीनों को बराबर बराबर मात्रा में बारीक कूट पीसकर तैयार कर ले और आधा चम्मच सुबह शाम दूध के साथ लेने से आपको धातु रोग में विशेष रूप से फायदा होगा. बाकी सभी समस्याएं भी ठीक होंगी.
TIP: पुरुषों के समग्र विकास जैसे कि शारीरिक विकास, मानसिक विकास और मर्दाना ताकत के विकास इत्यादि के लिए आयुर्वेद के अंदर काफी सारी जड़ी बूटियां प्रयोग में लाई जाती है जैसे कि –
केसर, सफेदमूसली, शतावरी, अश्वगंधा, शिलाजीत, गोखरू, विदारीकंद, स्वर्ण भस्म, कौंच के बीज, मेथीपाउडर, जिनसेंग, जिंक, काली मूसली, टोंगकैट अली इत्यादि. इन जड़ी-बूटियों से बने नुस्खे बहुत लाभदायक और शक्तिशाली होते हैं. {alertSuccess}
TIP: यह सभी जड़ी बूटियों के पाउडर आपको ऑनलाइन बड़ी आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं आप ही ने वहां से खरीद कर इन का प्रयोग कर सकते हैं यह अत्यधिक आसान है.{alertInfo}
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इस प्रकार की किसी भी समस्या के लिए जड़ी बूटियों का प्रयोग करने से पहले आपको कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना अत्यधिक आवश्यक होता है.
- सबसे पहले आप अपनी लाइफ स्टाइल को संयमित कीजिए.
- अपने भोजन में गरिष्ठ भोजन और तला भुना भोजन खाना बिल्कुल बंद करें.
- मुख्य बात आपको बिल्कुल भी कब्ज नहीं होना चाहिए.
कब्ज होने पर जड़ी बूटियों के पोषक तत्वों को आपकी आंते प्राप्त नहीं कर पाती हैं और उनका उतना फायदा नहीं लगता है. इसलिए आपको कब्ज नहीं होना चाहिए और आप उस दौरान हल्का-फुल्का सुपाच्य भोजन ही खाएं. ताकि शरीर को जड़ी बूटियों को पचाने के लिए पर्याप्त एनर्जी रहे.
शारीरिक ताकत बढ़ाएं
बच्चों महिलाओं और पुरुषों की शारीरिक ताकत को बढ़ाने के लिए यह जड़ी बूटी बहुत फायदेमंद मानी जाती है. अगर बच्चे या महिला कमजोर होते हैं तो उन्हें सालम पंजा का प्रयोग आयुर्वेदाचार्य की सलाह अनुसार करना चाहिए अत्यधिक लाभ होता है.
अन्य फायदे
- प्रसव में होने वाली कमजोरी को सालम पंजा दूर करने की क्षमता रखता है.
- जोड़ों और मांसपेशियों की समस्या जैसे की मांसपेशियों में खिंचाव, मांसपेशियों में दर्द होना, मांसपेशियों की कमजोरी या मांसपेशियों में सूजन, इन सभी समस्याओं में सालम पंजा औषधि, आयुर्वेदाचार्य की सलाह पर लेने से लाभ मिलता है.
- टीवी रोग में व्यक्ति बहुत कमजोर हो जाता है. सालम पंजा औषधि टीवी रोग को ठीक होने में शरीर की बहुत मदद करती हैं.
- समुंद्र यात्रा में शरीर में आवश्यक पोषक तत्व की कमी को दूर करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है.
- तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्याओं को दूर करने में यह बहुत लाभदायक है.
- मानसिक दुर्बलता को दूर करता है.
- शरीर में दर्द हो कमजोरी हो, बार-बार थकावट होती है तो इसका प्रयोग करने से यह सब समस्याएं दूर होती है.
- यह पाचन क्रिया को मजबूत करने का कार्य करता है.
- सालम पंजा का प्रयोग करने से गैस, एसिडिटी जैसी समस्याएं दूर होती है.
- यह अल्सर जैसी समस्याओं को भी रोकने में लाभदायक है.
- आंतों की सूजन में यह काफी फायदा देता है. आंतों को मजबूत करता है.
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सालम पंजा के नुकसान
सालम पंजा का प्रयोग करने से कोई भी ऐसा नुकसान सामने नहीं आया है, जिसे नोट किया जा सके. अगर आप सालम पंजा का प्रयोग सीमित मात्रा में अपनी डाइट के अंदर करते हैं, तो इससे कोई भी नुकसान नहीं होता है.
अधिक प्रयोग करने से विभिन्न प्रकार की समस्याएं, जोकि पोषक तत्व की अधिकता की वजह से हो जाती है, वह नजर आ सकती हैं. यह सब समस्याएं अलग-अलग व्यक्तियों के लिए अलग-अलग हो सकती हैं.
कई बार सालम पंजा से कुछ लोगों को एलर्जी की समस्या ही देखने में आई है.