पुत्र प्राप्ति के लिए घरेलू उपाय के अंतर्गत शुक्ल पक्ष में पुत्र प्राप्ति के उपाय काफी ज्यादा प्रचलित है.
सनातन धर्म के अंदर शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष का बहुत अधिक महत्व होता है. शुक्ल पक्ष के दिन, कृष्ण पक्ष के दिनों की तुलना में अधिक शुभ दिन माने जाते हैं. इसलिए कोई भी शुभ कार्य शुक्ल पक्ष में शुरू करना अत्यंत उत्तम होता है. इसीलिए शुक्ल पक्ष में पुत्र प्राप्ति के उपाय भी किए जाते हैं.
हिंदी कैलेंडर के अनुसार एक माह में 30 दिन होते हैं. 15 दिन कृष्ण पक्ष के और 15 दिन शुक्ल पक्ष के माने जाते हैं. कृष्ण पक्ष के 15 दिन अंधेरे दिन माने जाते हैं, जहां चंद्रमा घटता है और अमावस्या आती है और शुक्ल पक्ष में उजले माने जाते हैं, जहां चंद्रमा 15 दिन में छोटे से बड़ा होता है और पूर्णिमा आती है.
सनातन धर्म के अनुसार किसी भी शुभ कार्य के लिए शुक्ल पक्ष के दिन सबसे उत्तम होते हैं.
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शुक्ल पक्ष में पुत्र प्राप्ति के उपाय बताएं
शुक्ल पक्ष पूजा साधना का समय माना जाता है. इस दौरान पुत्र प्राप्ति के लिए काफी सारे उपाय प्रयोग में लाए जाते हैं.
पुत्र प्राप्ति के लिए चंद्र देव की पूजा
पुत्र प्राप्ति के लिए दंपत्ति को चंद्र देव की विधिवत पूजा करनी चाहिए. इसके लिए किसी ज्ञानी पंडित से संपर्क करके विदित विधिवत पूजा का विधान ज्ञात कर लेना चाहिए.
क्योंकि भारतवर्ष में प्रत्येक क्षेत्र के अंदर पूजा करने का विधान बदल जाता है. इसलिए आपके पूर्वज जिस विधान से पूजा करते चले आ रहे हैं, उसी विधान से पूजा करें वह विधान आपका पंडित आपको अवश्य बता देगा.
भगवान भोलेनाथ की पूजा
- आपको प्रत्येक दिन मुख्य रूप से शुक्ल पक्ष में संतान प्राप्ति की इच्छा से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करना चाहिए. साथ ही साथ उनके किसी भी मंत्र का जाप शुरू करना श्रेष्ठ कर रहता है.
- किसी भी मंदिर में भगवान शिव का अभिषेक करने के बाद पीपल के नीचे तिल के तेल का दीपक जलाकर सभी देवी देवताओं को प्रणाम करके पुत्र प्राप्ति की इच्छा रखें.
कृष्ण मंत्र
शुक्ल पक्ष में जिस स्त्री को संतान नहीं हो रही है या पुत्र प्राप्ति नहीं हो रही है. वह शुक्ल पक्ष में किसी भी बच्चे के पहले टूटे दूध के दांत को सफेद कपड़े में बांधकर अपनी बाई भुजा पर बांध ले और उस दिन से रोजाना सूर्योदय से पहले नहाने के बाद भगवान श्री कृष्ण और उनके बाल स्वरूप का ध्यान करते हुए श्री कृष्ण के किसी भी मंत्र का जाप रोजाना 15 मिनट करना शुरू करें.
बृहस्पतिवार का व्रत
पुत्र प्राप्ति या संतान प्राप्ति के लिए बृहस्पतिवार का व्रत भी किया जाता है. आप किसी भी शुक्ल पक्ष के बृहस्पतिवार से बृहस्पतिवार का व्रत विधि विधान से करना शुरू करें.
व्रत की विधि आपको वही अपनानी है, जो आपके समाज में अपनाई जाती है. इसके लिए आप लोकल किसी भी ब्राह्मण से इस विषय में ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं.
साथ ही साथ आप समाज की किसी दूसरी महिला से भी इस विषय में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. जिन्होंने इस व्रत को पहले किया है. इसमें आपको बृहस्पतिवार के व्रत करने का संकल्प लेना है जैसे कि 11 व्रत, 21 बृहस्पतिवार व्रत इस प्रकार से और अपनी इच्छा में पुत्र प्राप्ति की इच्छा रखनी है.
मां दुर्गा की उपासना
शुक्ल पक्ष के किसी भी शुभ शुक्रवार से प्रत्येक शुक्रवार दुर्गा माता को किसी भी मंदिर में सुहागन का सामान चढ़ाएं और दुर्गा स्तोत्र का पाठ रोजाना करना शुरू करें.
रामायण का आयोजन
अगर किसी दंपत्ति को संतान या पुत्र प्राप्ति नहीं हो रही है तो ऐसा हो सकता है कि पितृदोष इसका कारण हो.
किसी भी शुक्ल पक्ष की शुभ तिथि को घर में रामायण का आयोजन कराएं. इससे पित्र दोष की समाप्ति होती है और संतान प्राप्ति का मार्ग या पुत्र प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होता है.
ऊपर बताए गए सभी पुत्र प्राप्ति के उपाय सात्विक उपाय हैं. इन्हें कोई भी स्त्री या दंपत्ति बड़ी आसानी से कर सकते हैं.
पुत्र प्राप्ति के लिए घरेलू उपाय
पुत्र प्राप्ति के लिए किसी भी दंपत्ति को कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना बहुत आवश्यक होता है. ऐसा करने से किए गए धार्मिक उपायों के साथ-साथ यह घरेलू उपाय भी अपना लिए जाए तो पुत्र प्राप्ति की संभावना बढ़ जाती है.
- पुत्र प्राप्ति के लिए शिवलिंगी के बीजों का सेवन करना आयुर्वेद के अंदर बताया जाता है. आप इसका प्रयोग कर सकते हैं.
- पुत्र प्राप्ति के लिए शिवलिंगी के साथ-साथ पुत्रजीवक बीज का भी प्रयोग करना बताया जाता है आप ऑनलाइन पुत्रजीवक बीज इसके लिए खरीद सकते हैं.
- पुत्र प्राप्ति की इच्छा रखने के लिए दंपत्ति को कृष्ण पक्ष में परिवार नियोजन के नियमों का पालन करना चाहिए और पुत्र प्राप्ति की इच्छा से शुक्ल पक्ष में संबंध बनाने चाहिए.
- अगर पुत्र प्राप्ति की इच्छा है तो पुरुष से पहले महिला को चरम सुख प्राप्त होना बहुत जरूरी होता है. इससे पुत्र प्राप्ति की संभावना बढ़ती है.
- पुत्र प्राप्ति की इच्छा रखने वाले दंपतियों में पुरुष को दूध दही और दूध से बने खाद्य पदार्थों का प्रयोग अपने भोजन में बढ़ा देना चाहिए. वही महिला को दूध और दूध से बने खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए.
- पुत्र प्राप्ति की इच्छा रखने वाले दंपत्ति को संतान प्राप्ति की कोशिश महिला के ओवुलेशन पीरियड के दौरान करनी चाहिए. इसका पता Ovulation Kit के माध्यम से लगाया जा सकता है. अर्थात वह जिस दिन महिला के शरीर में अंडे का निर्माण प्रेगनेंसी के लिए होता है, उस दिन कोशिश करें.