पोस्ट प्रेगनेंसी बेल्ट : किसी भी महिला के लिए उसके गर्भस्थ शिशु के लिए नॉर्मल तरीके से डिलीवरी होना काफी फायदेमंद रहता है. लेकिन कभी-कभी महिला को कोई कॉम्प्लिकेशंस हो जाती हैं. जिसकी वजह से सिजेरियन डिलीवरी का ऑप्शन चुनना पड़ता है.
सिजेरियन डिलीवरी में महिला को नॉर्मल डिलीवरी की तरह डिलीवरी पेन से नहीं गुजरना पड़ता है लेकिन इसके काफी सारे साइड इफेक्ट महिला के शरीर में नजर आते हैं.
कई बार सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिला का वजन काफी ज्यादा बढ़ जाता है, और पेट का निचला हिस्सा भी लटकने लगता है. ऐसे में महिला को आफ्टर प्रेगनेंसी बेल्ट का प्रयोग करने की सलाह दी जाती है.
मात्र यही एक फायदा आफ्टर प्रेगनेंसी बेल्ट का नहीं होता है. इसके और भी कई सारे फायदे आपको होते हैं. इसलिए आपको इस प्रकार की बेल्ट पहनने की सलाह दी जाती है.
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पेट और पीठ को सपोर्ट
डिलीवरी के दौरान महिला के शरीर की अत्यधिक ऊर्जा समाप्त हो जाती है और महिला के शरीर का सिस्टम लगभग एक ही झटके में बदल जाता है ऐसे में महिला के शरीर में काफी अधिक कमजोरी आ जाती है खासकर पेट की मांसपेशियों और पीठ की मांसपेशियों में कमजोरी अधिक नजर आती है.
ऐसे में इस प्रकार की बेल्ट का प्रयोग करने से पेट को और पीठ दोनों को काफी सहारा मिलता है मांसपेशियां आराम महसूस करती है क्योंकि महिला को डिलीवरी के बाद अपने नवजात शिशु को संभालने की जिम्मेदारी होती है.
लटकी हुई त्वचा को संभालने के लिए
सिजेरियन बेबी के बाद महिला का वजन काफी अधिक बढ़ने लगता है, और पेट की त्वचा खिंचाव की वजह से और वजन बढ़ने की वजह से लटकने लगती है. ऐसे में जब महिला के टांके लगभग ठीक हो आए, उस वक्त से महिला को 3 से 4 घंटे रोजाना आवश्यकता पड़ने पर बेल्ट का प्रयोग करना चाहिए.
यह लटकी हुई त्वचा को और मांसपेशियों को पुनः प्रेगनेंसी से पहले वाली अवस्था में लाने के लिए मदद करता है.
घाव भरने में मददगार
कई बार सिजेरियन डिलीवरी होने के बाद महिला को आराम करने की सलाह दी जाती है, लेकिन नवजात शिशु के आवश्यक कार्य हेतु महिला को जल्द ही उसकी जिम्मेदारी संभालने होती है.
ऐसे में महिला ऑपरेशन के बाद आवश्यक कार्य के लिए जब भी उठती है तो उसे इस प्रकार की बेल्ट का प्रयोग करना चाहिए. इससे घाव वाले स्थान पर खिंचाव नहीं आएगा घाव जल्दी भरेंगे.
हालांकि बेल्ट का प्रयोग आवश्यकता पड़ने पर ही करें. अनावश्यक तौर पर इस प्रकार टांके ठीक होने से पहले लगातार बेल्ट का प्रयोग नहीं करें.
ब्रेस्टफीडिंग में मददगार
बैठकर ब्रेस्टफीडिंग कराना ब्रेस्ट फीडिंग कराने का एक आम तरीका है. लेकिन सिजेरियन बेबी होने की वजह से पेट पर घाव होता है, और पेट पर प्रेशर भी आता है. ऐसे में ब्रेस्ट फीडिंग कराने से पहले महिला पोस्ट प्रेगनेंसी बेल्ट का प्रयोग करें तो यह उसकी काफी मदद करता है.
चलने में आराम प्रदान करें
चलने से पूरे शरीर में गति होती है. अगर सिजेरियन बेबी की वजह से घाव होता है, तो चलने में शरीर हिलने की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ता है. लेकिन अगर आप चलते समय अच्छे से बेल्ट कस ले तो फिर घाव स्थिर हो जाते हैं, और चलने में परेशानी का अनुभव नहीं होता है.
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यह के कुछ छोटे-छोटे लाभ जो पोस्ट प्रेगनेंसी बेल्ट पहनने से सिजेरियन बेबी पैदा होने के बाद एक महिला को होते हैं. इसलिए सिजेरियन बेबी होने के बाद या नॉर्मल डिलीवरी के बाद महिला को बेल्ट लगाना काफी फायदेमंद रहता है.
3 से 4 घंटे आप रोजाना पोस्ट मेटरनिटी बेल्ट का प्रयोग करें. यह आपको दोबारा से रीशेप होने में मदद करेगी. साथ ही साथ छोटी-छोटी समस्याओं में भी लाभदायक रहेगी.
लोकल मार्केट से आप इस प्रकार की बेल्ट खरीद सकते हैं. लेकिन आपको क्वालिटी और वैरायटी जल्दी से लोकल मार्केट में उपलब्ध नहीं होती है.
इसलिए आप ऑनलाइन बेस्ट ब्रांड वैल्यू की 100 से ज्यादा बेल्ट देख सकते हैं. इसके लिए आप amazon.com या Flipkart.com जैसी ट्रस्टेड वेबसाइट का प्रयोग करें.
हमने भी आपको कुछ बेस्ट क्वालिटी और बेस्ट कस्टमर रिव्यू वाली मेटरनिटी बेल्ट जो की डिलीवरी के बाद प्रयोग में लाई जाती है, उन्हें इस आर्टिकल में प्रदर्शित किया है.
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