मछली पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ है, लेकिन कुछ मछलियों में पारा पाया जाता है, जो गर्भ शिशु के लिए बहुत ज्यादा घातक होता है. ऐसे में मछलियां खाना तो ठीक है, लेकिन जिन मछलियों में पारा बहुत ज्यादा पाया जाता है, उन्हें नहीं खाना चाहिए. ऐसी ही मछलियों के विषय में हम आप से चर्चा कर रहे हैं. प्रेगनेंसी के दौरान कौन-कौन सी मछलियां खाई जा सकती है, और किन मछलियों को बिल्कुल नहीं खाना चाहिए.
गर्भावस्था में किस प्रकार की मछली सुरक्षित
जिन मछलियों के अंदर मरकरी नहीं पाया जाता है ऐसी मछलियां प्रेगनेंसी में खाना सुरक्षित माना जाता है
फ्लाउंडर,
कैट फिश,
अटलांटिक क्रॉकर,
हैडॉक,
ब्लैक सी बास,
बटर फिश,
अटलांटिक मैकेरेल,
क्लैम,
क्रा फिश,
एन्कोवी
इन मछलियों को आप हफ्ते में दो बार तक खा सकते हैं. कुछ और मछलियां हैं जिन्हें हफ्ते में एक बार ही खाना चाहिए
रॉक फिश, कार्प फिश, सेबल फिश, ग्राउपर, हैलीबट, माही फिश, बफैलो फिश, शीप्सहेड, ब्लू फिश, मोंक फिश,
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गर्भावस्था के दौरान किन मछलियों को खाने से बचें
अब ऐसी मछलियों के बारे में बात करते हैं जो मछलियां प्रेगनेंसी के दौरान खाना काफी नुकसानदायक हो सकती हैं.
बिगेये फिश,
मार्लिन,
ऑरेंज रफी,
शार्क,
ट्यूना फिश,
सार्ड फिश,
किंग मैकेरल,
टाइल फिश