गर्भावस्था में कब दूध पीना चाहिए और कब नहीं पीना चाहिए - Milk During pregnancy
इस POST में हम आपसे चर्चा करने वाले हैं कि प्रेग्नेंसी में दूध का क्या रोल है.
हम आप से चर्चा करेंगे कि दूध में कौन कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं.
दूध कब पीना चाहिए दूध कब नहीं पीना चाहिए.
होने वाले बच्चे को माता के दूध पीने से किस प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं.
दोस्तों इस विषय पर चर्चा करते हैं .
दूध के पोषक तत्व - Doodh ke poshak tatva
दूध एक तरह का अपारदर्शी सफ़ेद तरल पदार्थ होता है जो मादाओं की दुग्ध ग्रंथियों द्वारा निर्मित होता है. दुनिया में जन्म लेने वाला हर नवजात तब तक दूध पर निर्भर होता है जब तक वह किसी अन्य चीज का सेवन करने के योग्य नहीं होता. सामान्यतौर पर दूध में 85% जल होता है. जिसके 15% भाग ठोस अर्थात खनिज व् वसा का होता है. गाय व् भैंस के नेचुरल दूध के अतिरिक्त बहुत सी कंपनियों का पैक्ड दूध भी उपलब्ध है.
You May Also Like : गर्भावस्था में स्वस्थ रहने के लिए 5 बेहतरीन जूस
You May Also Like : गर्भावस्था में कब आंवला खाना चाहिए कब नहीं खाना चाहिए
दूध में प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन बी2 भी पाया जाता है. इसके अलावा इसमें विटामिन ए, डी, के और ई के साथ साथ फॉस्फोरस, मैग्नेशियम, आयोडीन बी कई तरह के मिनरल्स भी पाए जाते है. इसके अतिरिक्त दूध में बहुत से एंजाइम और जीवित रक्त कोशिकाएं भी होती है. जो स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होती है.
दूध कब पीना चाहिए : यह एक अच्छा सवाल है कि गर्भावस्था में दूध कब पीना चाहिए गर्भवस्था के दौरान महिलाओं का खान-पान बहुत बदल जाता है. ऐसे में गर्भवती महिलाओं को पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन करना चाहिए, जिससे कि मां और गर्भ में पल रहे बच्चे दोनों का स्वस्थ्य सही रहे. प्रैग्नेंसी में दूध पीना काफी फायदेमंद माना जाता है लेकिन अगर दूध को गलत समय पर पीया जाए तो यह मां और बच्चे दोनों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है.
You May Also Like : गर्भावस्था में नींबू खाने के नुकसान और फायदे
गर्भावस्था में कब पिए दूध - Garbhaavastha mein kab pie Doodh
प्रैग्नेंसी में खाना खाने से पहले और दिन के समय दूध का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि दूध को पचने में थोड़ा समय लगता है. अगर आप खाना खाने से पहले दूध का सेवन करती हैं तो ऐसे में आपको पेट भरा-भरा लगेगा. इसके अलावा आपको गैस की समस्या भी हो सकती है और आप पूरा दिन सुस्ती महसूस करेंगी.
प्रैग्नेंसी में दूध पीने का सही समय है रात को सोने से पहले. जी हां, बिल्कुल रात को सोने से पहले दूध आपको अच्छी नींद देने में मददगार साबित हो सकता है जो गर्भवस्था में बहुत जरूरी होता है. इसके अलावा रात को दूध पीने से मां और बच्चे दोनों को भरपूर मात्रा में पोषण मिलता है.
You May Also Like : Y शुक्राणुओं को कैसे ताकतवर बनाए - लड़का पैदा हो
अगर आपको गर्भावस्थाो के दौरान बहुत ज्याणदा दूध पीने का मन करता है और आपको लैक्टो्ज़ से कोई एलर्जी है तो आपको अपने डॉक्ट र से जरूर सलाह लेनी चाहिए.
गर्भावस्था में दूध पीने के फायदे - Garbhaavastha mein Doodh peene ke phaayade
यूरोपीय जर्नल के क्लीसनिकल न्यूोट्रीशन में प्रकाशित परिणाम के अनुसार, जो महिलाएं प्रतिदिन 150 मिलीलीटर से अधिक दूध यानी एक ग्लास दूध का सेवन गर्भावस्था के दौरान अधिक करते हैं उनके बच्चों की लंबाई अच्छी रहती है.
इतना ही नहीं, शोध में यह भी पाया गया है कि गर्भावस्था के दौरान रोजाना एक ग्लास दूध पीने वाली महिलाओं के बच्चों में किशोरावस्था के दौरान इंसुलिन तेजी से बनता है जिससे उन्हेंर टाइप 2 डायबिटीज का खतरा भी कम होता है.
You May Also Like : कब और कैसे करें प्रेगनेंसी चेक
You May Also Like : प्रेग्नेंसी में सफर करें तो रखें इन बातों का ख्याल
हाल ही में हुए एक सर्वे के अनुसार ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने यह भी पाया कि गर्भवस्था के दौरान अधिक दूध पीने से गर्भवती महिलाएं अपने बच्चोंर की आई क्यूट लेवल को भी बढा़ सकती है क्यों कि दूध आयोडीन की भरपूर मात्रा होती है.
हम आप से चर्चा करेंगे कि दूध में कौन कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं.
दूध कब पीना चाहिए दूध कब नहीं पीना चाहिए.
होने वाले बच्चे को माता के दूध पीने से किस प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं.
दोस्तों इस विषय पर चर्चा करते हैं .
दूध के पोषक तत्व - Doodh ke poshak tatva
You May Also Like : गर्भावस्था में स्वस्थ रहने के लिए 5 बेहतरीन जूस
You May Also Like : गर्भावस्था में कब आंवला खाना चाहिए कब नहीं खाना चाहिए
दूध में प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन बी2 भी पाया जाता है. इसके अलावा इसमें विटामिन ए, डी, के और ई के साथ साथ फॉस्फोरस, मैग्नेशियम, आयोडीन बी कई तरह के मिनरल्स भी पाए जाते है. इसके अतिरिक्त दूध में बहुत से एंजाइम और जीवित रक्त कोशिकाएं भी होती है. जो स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होती है.
दूध कब पीना चाहिए : यह एक अच्छा सवाल है कि गर्भावस्था में दूध कब पीना चाहिए गर्भवस्था के दौरान महिलाओं का खान-पान बहुत बदल जाता है. ऐसे में गर्भवती महिलाओं को पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन करना चाहिए, जिससे कि मां और गर्भ में पल रहे बच्चे दोनों का स्वस्थ्य सही रहे. प्रैग्नेंसी में दूध पीना काफी फायदेमंद माना जाता है लेकिन अगर दूध को गलत समय पर पीया जाए तो यह मां और बच्चे दोनों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है.
You May Also Like : गर्भावस्था में नींबू खाने के नुकसान और फायदे
गर्भावस्था में कब पिए दूध - Garbhaavastha mein kab pie Doodh
प्रैग्नेंसी में खाना खाने से पहले और दिन के समय दूध का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि दूध को पचने में थोड़ा समय लगता है. अगर आप खाना खाने से पहले दूध का सेवन करती हैं तो ऐसे में आपको पेट भरा-भरा लगेगा. इसके अलावा आपको गैस की समस्या भी हो सकती है और आप पूरा दिन सुस्ती महसूस करेंगी.
प्रैग्नेंसी में दूध पीने का सही समय है रात को सोने से पहले. जी हां, बिल्कुल रात को सोने से पहले दूध आपको अच्छी नींद देने में मददगार साबित हो सकता है जो गर्भवस्था में बहुत जरूरी होता है. इसके अलावा रात को दूध पीने से मां और बच्चे दोनों को भरपूर मात्रा में पोषण मिलता है.
You May Also Like : Y शुक्राणुओं को कैसे ताकतवर बनाए - लड़का पैदा हो
अगर आपको गर्भावस्थाो के दौरान बहुत ज्याणदा दूध पीने का मन करता है और आपको लैक्टो्ज़ से कोई एलर्जी है तो आपको अपने डॉक्ट र से जरूर सलाह लेनी चाहिए.
गर्भावस्था में दूध पीने के फायदे - Garbhaavastha mein Doodh peene ke phaayade
यूरोपीय जर्नल के क्लीसनिकल न्यूोट्रीशन में प्रकाशित परिणाम के अनुसार, जो महिलाएं प्रतिदिन 150 मिलीलीटर से अधिक दूध यानी एक ग्लास दूध का सेवन गर्भावस्था के दौरान अधिक करते हैं उनके बच्चों की लंबाई अच्छी रहती है.
इतना ही नहीं, शोध में यह भी पाया गया है कि गर्भावस्था के दौरान रोजाना एक ग्लास दूध पीने वाली महिलाओं के बच्चों में किशोरावस्था के दौरान इंसुलिन तेजी से बनता है जिससे उन्हेंर टाइप 2 डायबिटीज का खतरा भी कम होता है.
You May Also Like : कब और कैसे करें प्रेगनेंसी चेक
You May Also Like : प्रेग्नेंसी में सफर करें तो रखें इन बातों का ख्याल
हाल ही में हुए एक सर्वे के अनुसार ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने यह भी पाया कि गर्भवस्था के दौरान अधिक दूध पीने से गर्भवती महिलाएं अपने बच्चोंर की आई क्यूट लेवल को भी बढा़ सकती है क्यों कि दूध आयोडीन की भरपूर मात्रा होती है.
Post a Comment