आज चर्चा करने वाले हैं, कि कभी-कभी प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को क्रोध बहुत ज्यादा क्यों आता है. उससे क्या क्या कारण हो सकते हैं.
वैसे तो अक्सर देखा जाता है, कि हर व्यक्ति को ही क्रोध आता है, और खासकर महिलाओं को भी अक्सर क्रोधित होते हुए देखा ही जाता है.
लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि प्रेगनेंसी में महिला को कुछ ज्यादा ही क्रोध आने लगता है. इसके कुछ कारण हो सकते हैं.
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हार्मोनल परिवर्तन
प्रेगनेंसी के दौरान महिला के शरीर में काफी सारे हारमोंस उत्पन्न होते हैं. कुछ हारमोंस के साइड इफेक्ट भी होते हैं. उनमें से एक साइड इफेक्ट महिला का मूड स्विंग होना होता है. जिसके अंदर ऐसा भी होता है, कि महिला को अक्सर छोटी-छोटी बातों पर काफी ज्यादा गुस्सा आने लगता है. यह मात्र प्रेगनेंसी के दौरान ही सीमित रहता है.
चलती लाइफ का रुक जाना
आजकल महिलाएं काफी ज्यादा एक्टिव रहती हैं, उनकी अपनी एक सोशल लाइफ होती है, एक प्रोफेशनल लाइफ होती है, लेकिन प्रेगनेंसी के हो जाने पर उस लाइफ पर एकदम से ब्रेक लग जाता है, और महिला एकदम से बंध जाती है. काफी सारे सख्त प्रेगनेंसी से संबंधित कानून उसके ऊपर लागू हो जाते हैं. ऐसे में महिला अगर अपनी लाइफस्टाइल को मिस करती है, और उसे गुस्सा आने लगता है.
दूसरों पर डिपेंड होना
हर व्यक्ति की अपनी लाइफ स्टाइल होती है, उसके अपने कार्य और रिस्पांसिबिलिटी होती हैं. अचानक से महिला की सोशल लाइफ रुक जाती है, और उसे दूसरों के ऊपर काफी हद तक निर्भर रहना पड़ता है. अगर घर के दूसरे सदस्यों से अपेक्षित सपोर्ट नहीं करते हैं, तो यह भी गुस्से का एक कारण बन सकता है, और जो वास्तव में जायज भी है. क्योंकि प्रेगनेंसी में केवल उसके लिए महिला ही जिम्मेदार नहीं होती है, बल्कि यह पूरे परिवार की जिम्मेदारी होती है.
प्रेगनेंसी का अनुचित समय पर रुकना
जब किसी महिला की प्रेगनेंसी उसके इच्छित समय से पहले हो जाती है, और उसकी सारी की सारी प्लानिंग एक झटके में रुक जाती है, और जब वह ना चाहते हुए भी इस गर्भावस्था को आगे बढ़ाती है, तो एक डिप्रेशन की भावना उसके अंदर आने लगती है, जो क्रोध के रूप में कभी-कभी सामने आती है.
क्योंकि आज की नारी का अपना एक लक्ष्य होता है, और प्रेगनेंसी हर एक लक्ष्य को तोड़ने का सामर्थ्य रखती है. अपनी महत्वाकांक्षा को टूटते देख, किसी को भी गुस्सा आ सकता है, कोई भी गुस्से में रह सकता है.
इमोशनल सपोर्ट का ना होना
प्रेगनेंसी के दौरान महिला के अंदर काफी सारे बदलाव आते हैं. उसकी अपनी लाइफ पूरी तरह से बदल जाती है. ऐसे में महिला को काफी ज्यादा इमोशनल सपोर्ट की आवश्यकता होती है, और ऐसी अवस्था में परिवार वाले उसकी बिल्कुल भी परवाह नहीं करें. तो यह अपने आप में काफी दुख की बात भी है. और गुस्सा आना भी लाजमी है. कहीं-कहीं तो यह भी देखा जाता है कि परिवार वाले अपनी किसी पुरानी बात को लेकर उसे तरह-तरह से परेशान करते हैं. ऐसा कम ही होता है लेकिन कुछ केसों में ऐसा हमने भी देखा हैं.
यह कुछ कॉमन कारण थे, जिनके हो जाने पर गर्भवती स्त्री को काफी ज्यादा गुस्सा आने लगता है. लेकिन हर महिला की अपनी एक लाइफ होती है. हर परिवार का अपना एक लाइफस्टाइल होता है. ऐसे में और भी बहुत सारे दूसरे कारण हो सकते हैं जिनकी वजह से गर्भवती स्त्री को अधिक गुस्सा आने लगता है.