प्रेगनेंसी का छठवां हफ्ता शुरू हो चुका है. अगर आपने अभी तक किसी कारणवश पीरियड मिस होने के बाद प्रेगनेंसी चेक नहीं किया है, तो यह सबसे उत्तम समय होता है.
क्योंकि इस वक्त महिला के यूरिन में और ब्लड में प्रेगनेंसी हारमोंस पर्याप्त मात्रा में होता है, और प्रेगनेंसी की सही स्थिति पता लग जाती है. आज हम प्रेगनेंसी के छठे हफ्ते के दौरान आपसे कुछ बातों पर चर्चा करेंगे.
छठवें हफ्ते में शिशु अपने असली आकार में आना शुरू कर देता है. हालांकि उसकी लंबाई बहुत कम होती है. लेकिन इस वक्त शिशु को माप सकते हैं. 6 हफ्तों में अभी शिशु बहुत नाजुक होता है, और रीड की हड्डी में झुकाव अधिक होता है. इस हफ्ते उसके पैर बनना शुरू हो जाएंगे. इस हफ्ते में शिशु का आकार 5 से लेकर 6 मिलीमीटर तक का होता है.
अगर 6 हफ्ते के शिशु की 3 महीने के गर्भस्थ शिशु से तुलना करें, तो इस वक्त 6 हफ्ते के शिशु का सिर तुलनात्मक दृष्टि से काफी बड़ा होता है. इस वक्त उसके चेहरे और जबड़े का निर्माण होना शुरू हो जाता है. मनुष्य के सभी अंगों के स्थान पर जैसे कि हाथ पैर और दूसरे अंग उभर आना शुरू हो जाता है.
जबकि शिशु का ह्रदय पिछले हफ्ते की तुलना में अधिक विकसित हो गया है. रीड की हड्डी और मस्तिष्क में विकास लगातार चल रहा है.
प्रेगनेंसी के छठवें हफ्ते में महिलाओं को काफी सारे परिवर्तन अपने अंदर देखने को मिल सकते हैं. कुछ परिवर्तन जो कि पिछले हफ्ते भी नजर आए थे, जैसे कि –
म तली लगना,
बार बार उल्टी जैसा महसूस होना, गंज के प्रति संवेदनशीलता गंध के प्रति संवेदनशीलता,
बार-बार थकावट का महसूस होना,
ऐसा लगना कि उनके शरीर में उर्जा है ही नहीं.
यह सब समस्याएं आपको नजर आएंगे, आपको अजीब सा लगेगा, आपका मन खराब रह सकता है,
अक्सर प्रेगनेंसी में अधिक ऊर्जा और एनर्जी की आवश्यकता होती है, इसलिए भूख बढ़ सकती है. इस दौरान आपको समुद्री भोजन, मांस, मछली, फल और आइसक्रीम खाने के प्रति आकर्षण बढ़ जाए ऐसा, हो सकता है.
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में शिराएं जो कि ब्लड को लाने ले जाने का कार्य करती हैं, वह नसे फैल जाती हैं. इसलिए महिलाओं को अपने स्तनों पर नीले नीले निशान नजर आ सकते हैं यह सामान्य हैं. आप को ऐसा लग सकता है, कि आपके निपल्स अधिक काले रंग के हो गए हैं.
इस दौरान महिलाओं के शरीर में संक्रमण होना आम बात होती है. ऐसे में पेशाब में बदबू आ सकती है. महिलाओं को बहुत ज्यादा सफाई रखने की आवश्यकता होती है. प्रेग्नेंसी वह समय होता है जब वह संक्रमण को काफी आकर्षित करता है.
प्रेगनेंसी के आठवें हफ्ते में महिला को यह महसूस हो सकता है, कि उसके मुंह में बहुत ज्यादा थूक बन रहा है, और उसे बार-बार निकलना पड़ रहा है. अगर आपने प्रेगनेंसी चेक नहीं कराई है, तो करा लीजिए.
इस दौरान महिलाओं को सर दर्द की समस्या का सामना करना पड़ सकता है, जो महिलाएं टाइट कपड़े पहनती हैं. उन्हें ऐसा लग सकता है, कि उनके कपड़े टाइट हो रहे हैं.
प्रेगनेंसी का यह समय महिलाओं के लिए भावनात्मक रूप से काफी परिवर्तनशील होता है. क्योंकि इस वक्त महिलाओं को अपनी लाइफ स्टाइल में 360 डिग्री का परिवर्तन लाना होता है. जो कि आसान नहीं होता है. काफी ज्यादा ध्यान रखने की आवश्यकता होती है.
असल में पूरे जीवन भर हमने इतना ध्यान कभी नहीं रखा होता है, और यह आदत भी नहीं होती है तो भावनात्मक रूप से महिलाओं को मजबूत होने की आवश्यकता होती है.
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं का वजन इस हफ्ते कम हो सकता है. तो इसमें घबराने की आवश्यकता नहीं है. क्योंकि मतली और उल्टी होने के कारण, भोजन में अरुचि के कारण ऐसा हो सकता है. बस अपने वजन पर नजर बनाए रखें.
अब आपको अपने भोजन पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है. अल्कोहल धूम्रपान और नशे से दूर रहें.