भ्रूण में धड़कन होते हुए भी कभी-कभी क्यों नहीं सुनाई पड़ती है
नमस्कार दोस्तों हमारे पास बहुत सारे प्रश्न आते हैं जिसमें माताएं यह पूछती
है कि मुझे 5 हफ्ते की या 6 हफ्ते की या 7 हफ्ते की की प्रेगनेंसी हो गई है और अभी
तक बच्चे की धड़कन हम नहीं सुन पा रहे हैं या भ्रूण में धड़कन कौन से हफ्ते में समझ
में आने लगती है दोस्तों इन सब प्रश्नों के जवाब हमको इस Post के माध्यम से देने की
कोशिश कर रहे हैं हमें उम्मीद है कि आपको यह Article पसंद आएगा और आपको अपने प्रश्न
का जवाब मिल जाएगा
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वैसे माताओं को बच्चे की धड़कन का एहसास शुरुआती समय में नहीं होता है यह एक्सपीरियंस
सिर्फ अल्ट्रासाउंड गर्भावस्था में जब होता हैऔर वह अल्ट्रासाउंड को देख पा रही है और बच्चे
के दिल को धड़कते हुए अगर देख पा रही हैं तो ही उन्हें मातृत्व का एहसास होता है.
गर्भ स्थापित होने के 22 दिन के बाद बच्चे का दिल बनाना शुरू हो जाता है यह लगभग
3 हफ्ते के बाद की प्रोसेस होती है लगभग चौथे हफ्ते में, लेकिन इस वक्त बच्चे के दिल
में किसी भी प्रकार की धड़कन नहीं होती है. प्रेगनेंसी का चौथा हफ्ता बीत जाने के बाद प्रेगनेंसी का 5 वां हफ्ता
लगता है, तो इस हफ्ते में बच्चे के दिल के जो 4 चेंबर होते हैं वह विकसित होना शुरू
हो जाते हैं.
क्योंकि इंसानों के दिल में चार ही चेंबर होते हैं तो वह चेंबर विकसित होना शुरू
हो जाते हैं।
यह बहुत तेजी के साथ विकसित होते हैं और प्रेगनेंसी का छठा हफ्ता लगते लगते इसके अंदर धड़कन
आ जाती है, कभी-कभी यह धड़कन पांचवे हफ्ते के अंत तक भी आ जाती है।
या थोड़ा सा टाइम भी लग सकता है इसका कोई फिक्स समय नहीं होता है, यह वूमेन टू
वूमेन वेरी कर सकता है।
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लगभग छठवें हफ्ते में हार्ट रेट 100-160 बीट्स पर मिनट (बीपीएम) हो जाती है।
इस समय आप अल्ट्रासाउंड मॉनिटर पर धड़कनें देख सकते हैं।
आठवा सप्ताह: बच्चे की हार्टबीट में एक स्थिर रिदम होती है।
दसवां सप्ताह: हार्ट रेट 170 बीपीएम तक बढ़ जाती है और जन्म के समय 130 बीपीएम
के लगभग स्थिर हो जाती है।
धड़कन का कब पता चलता है - Baby ki Dhaken ka Kab Pata Chalta hai
अब आप जानना चाहेंगे कि आप यह धड़कन कब सुन
पाएंगे या आपको कब पता चलेगा
शिशु का दिल छह सप्ताह की गर्भावस्था के आसपास धड़कना शुरु हो जाता
है। इसलिए, आप छह सप्ताह में होने वाले अपने पहले अल्ट्रासाउंड स्कैन में शायद शिशु
की धड़कन सुन पाएं। यह स्कैन संभवतया ट्रांसवेजाइनल स्कैन (टीवीएस) हो, जिसमें शायद आप शिशु की दिल की धड़कन देख
भी पाएं।
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अगर इससे 10 - 12 दिन बाद आपके डॉक्टर से आपका अप्वाइंटमेंट होता है तो आप डॉप्लर
की मदद से अपने बच्चे की धड़कन सुन सकती है।
अगर गर्भावस्था की शुरुआत में आपका टीवीएस नहीं होता है और आप डॉक्टर के साथ
चेक-अप के दौरान डॉप्लर की सहायता से शिशु की धड़कन नहीं सुन पाती हैं, तो शायद इसके
बाद आप न्यूकल ट्रांसलुसेंसी (एनटी) स्कैन में ही शिशु की धड़कन सुन पाएंगी।
एनटी स्कैन 11 और 13 सप्ताह की गर्भावस्था के बीच किया जाता है। ध्यान रखें कि
शिशु की धड़कन को अधिकांशत: 11 से 13 सप्ताह के बीच ही सुन पाना ज्यादा आम है।
कभी-कभी क्या होता है कि 6वे, 7वे हफ्ते के अंदर माता पिता अपने आने वाले बच्चे
की धड़कन नहीं सुन पाते हैं चाहे वह किसी भी तरह से पता लगा रहे हो तो ऐसी स्थिति में
वह बहुत ज्यादा टेंशन में आ जाते हैं उन्हें चिंता सताने लगती है कि बच्चा ठीक भी है
कि नहीं है हमारा मानना है कि वह गलत समय पर बिना कुछ तथ्यों को जाने चिंता कर रहे
हैं।
शिशु की धड़कन किन बातों पर निर्भर करती है - Baby ki Dhaken ke Factor
आप शिशु की धड़कन कितनी जल्दी सुन सकती हैं, यह निम्न बातों पर निर्भर करेगा:
आप शिशु की धड़कन कितनी जल्दी सुन सकती हैं, यह निम्न बातों पर निर्भर करेगा:
गर्भाशय में शिशु की स्थिति
: महिला के गर्भ में शिशु की स्थिति क्या है वह किस एंगल पर गर्भ में स्थापित है शुरुआती
समय में जब धड़कन बहुत हल्की होती है तो इस बात का फर्क पड़ता है कभी-कभी धड़कन होते
हुए भी सुनाई नहीं देती है।
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आपका वजन : महिला का वजन
अधिक होने से कभी कभी पेट पर एक चर्बी की मोटी लेयर होती है जो की धड़कन को सुनने में
अवरोध पैदा करती है डॉपलर की मदद से कभी कभी धड़कन सुनाई नहीं देती है क्योंकि शुरुआती
समय में धड़कन बहुत हल्की होती है।
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प्रेगनेंसी
समय की सटीकता : किसी को भी प्रेगनेंसी की सटीकता का
पता नहीं होता है केवल प्रेगनेंसी के कारण पीरियड मिस होने के दिन को एक माह मान लिया जाता है, जबकि जिस दिन
1 माह माना जाता है उस दिन गर्भ ज्यादा से ज्यादा 25 दिन का ही होता है, और कम से कम
10 दिन का ही होता है, इनके बीच में कितने भी दिन का हो सकता है।
ऐसा हो सकता है कि जिसे हम पांचवा हफ्ता मान रहे हो वह तीसरा ही
हफ्ता हो तो आप जब भी बच्चे की धड़कन सुनने की कोशिश करें आप हमेशा 8 या 9 हफ्ते के
बाद ही कोशिश करें तभी आपको सही रिजल्ट मिलेगा ।
हमें उम्मीद है कि आप को आपके प्रश्न का सटीक उत्तर मिल गया होगा।
कुछ लोग यह जानना चाह रहे होंगे कि डॉप्लर क्या होता है,
फीटल डॉप्लर हाथ से चलाने वाला अल्ट्रासाउंड उपकरण होता है, जिसका
इस्तेमाल शिशु की धड़कन का पता लगाने के लिए किया जाता है।
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