दोस्तों जामुन एक बहुत ही पौष्टिक फल माना जाता है यह कई बड़ी बीमारियों को दूर करने की एक कारगर औषधि के रूप में भी प्रचलित है.
प्रेगनेंसी में जामुन खाना खाने के क्या-क्या फायदे होते हैं.प्रेगनेंसी में जामुन खाने के क्या क्या नुकसान होते हैं. कौन कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं.
जामुन में पोषक तत्व – Jamun me Poshak Tatva
खट्टा मीठा जामुन एक बहुत ही स्वादिष्ट फल माना जाता है महिलाओं का मुंह का स्वाद प्रेग्नेंसी के समय कभी कभी खराब रहता है तो ऐसे में जामुन उनके मुंह के स्वाद को पसंद आ सकता है. इसके बहुत से औषधीय गुण होते हैं जामुन के कई अन्य नाम भी है – ब्लैकबेरी, काला जामुन, जमाली, राजमन आदि.
जामुन में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और कैल्शियम पाया जाता है, जामुन में आयरन, फायबर और विटामिन्स पाये जाते है.
कई जगह ऐसा माना जाता है कि प्रेग्नेंसी के समय अगर गर्भस्थ महिला जामुन का सेवन करती है तो उसके होने वाले बच्चे की त्वचा पर काले दाग नजर आते हैं लेकिन इसका कोई भी मेडिकल प्रमाण अभी तक उपलब्ध नहीं है तो इसे हम गलत मान सकते हैं.
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अगर आप कोई भी फल चाहे जामुन हो या कोई और भी हो अगर हम संयमित मात्रा में प्रेग्नेंसी के समय उसका इस्तेमाल करते हैं तो उसके गुणों का लाभ हमें अवश्य मिलता है आप रोजाना आठ दस जामुन खा सकती हैं इसमें कोई भी परेशानी वाली बात नहीं होनी चाहिए अगर आपको जामुन से एलर्जी है तो बात दूसरी है आपको बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए.
जामुन की एक खास बात यह होती है कि यह खाने के समय मुंह को जकड़ लेता है मुंह चल नहीं पाता है अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है तो समझ लीजिए कि आपका जो जामुन है मैं अभी ठीक ढंग से पका हुआ नहीं है पका हुआ जामुन आपके मुंह को ना के बराबर पकड़ेगा.
जामुन को खाने से फायदे — Janun Khane ke Fayade
जामुन को खाने से होने वाले फायदे कुछ इस प्रकार से हैं. –
1. दांतों की देखभाल
प्रेग्नेंसी के समय दांतों में बल्कि मसूड़ों में सूजन की समस्या नजर आती है अगर महिला ब्रश करती है तो मसूड़ों से खून भी आ सकता है अगर महिला प्रेग्नेंसी के समय जामुन खाना पसंद करती है तो यह उसके दांतों और मसूड़ों की रक्षा करेगा उस में आने वाली प्रॉब्लम को दूर करने में जामुन औषधि का कार्य करता है.
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2. पाचन क्रिया दुरुस्त करें
हम सभी जानते हैं प्रेगनेंसी हारमोंस के कारण माता की पाचन क्रिया ठीक नहीं होती है जामुन के अंदर ऐसे गुण पाए जाते हैं कि वह पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है इससे भोजन सही ढंग से पचेगाऔर माता को और उसके गर्भस्थ शिशु को संपूर्ण पोषण प्राप्त होगा.
3. एनीमिया को दूर करता है
जामुन में आयरन और विटामिन सी की अधिकता होती है, जिससे यह गर्भावस्था के दौरान हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाता है. इसलिए गर्भावस्था के दौरान इसके सेवन से एनीमिया या थकान जैसी समस्याएँ नहीं होती हैं.
4. हड्डियों की मजबूती
जैसा कि हमने बताया है जामुन कई प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर होता है इसमें कैल्शियम भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है इसे खाने से हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि यह बच्चे की हड्डियों को मजबूत रखेगा.
5. मुंह के छाले
मुंह के छाले महिला के शरीर में कब्ज हो जाने की वजह से कभी-कभी शरीर में गर्मी पैदा हो जाती है जिसकी वजह से मुंह में छाले आ जाते हैं अगर महिला जामुन का सेवन करती है तो एक तो पेट सही रहेगा और यह मुंह के छालों को भी ठीक करता है.
6. डायबिटीज कंट्रोल
जामुन के अंदर ऐसे पोषक तत्व होते हैं ऐसे गुण होते हैं जो कि शरीर के अंदर शुगर की मात्रा को नियंत्रित रखते हैं इस वजह से प्रेगनेंसी में होने वाली डायबिटीज महिला को नहीं हो पाती है अगर वह जामुन का सेवन लगातार करती है तो.
7. दिल की मजबूती
जामुन के अंदर ऐसे बहुत सारे एंजाइम्स और विटामिंस पाए जाते हैं जो कि दिल को मजबूत रखने का कार्य करते हैं ऐसे में जामुन का सेवन महिला के दिल को मजबूत रखेगा जिसके कारण शरीर में रक्त संचार अच्छे से हो पाएगा और बच्चे को पोषण भरपूर मिल पाएगा.
8. अच्छी नजर
जामुन के अंदर ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो कि नजर को दुरुस्त करने का कार्य करते अगर महीना प्रेगनेंसी में जामुन का सेवन करती है तो इससे उसके बच्चे की नजर मजबूत होगी.
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9. कैंसर को दूर करता है
कई मेडिकल स्टडीज़ से पता चला है कि जामुन में केमोप्रोटेक्टिव और रेडियोप्रोटेक्टिव तत्व होते हैं जो कि कैंसर पैदा करने वाले फ्री रेडिकल्स जैसे रेडिएशन को बढ़ने से रोकते हैं. इसलिए प्रिग्नेंसी में पर्याप्त मात्रा में जामुन खाना कैंसर के रिस्क को कम करने के लिए सही है.
जामुन से होने वाले नुकसान – Jamun ke Nukshan
जहां जामुन के इतने सारे फायदे नजर आते हैं वहां थोड़ी बहुत नुकसान भी जामुन से हो सकते हैं.
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सबसे पहली बात तो यही है जो हमने पहले भी बताइए अगर आपको स्पेशली जामुन से किसी भी प्रकार की एलर्जी है तो उसका प्रयोग बिल्कुल भी ना करें इसका प्रयोग प्रेगनेंसी में बहुत हानिकारक हो सकता है.
कभी भी खाली पेट जामुन नहीं खाना चाहिए.
आप एक बात का और विशेष ध्यान रखें जामुन खाने के बाद दूध बिल्कुल भी ना पिए दोनों ऑपोजिट आहार है.
अधिक मात्रा में जामुन खाने से खांसी की समस्या देखने में आ सकती है कभी-कभी बुखार भी हो जाता है इसलिए प्रेग्नेंसी के समय जामुन संयमित रूप से ही खाएं जैसा कि हमने बताया है कि प्रेगनेंसी में हर चीज लिमिट में ही खाई जाती है ऐसे ही आप जामुन का सेवन भी करें आप चाहे तो 8 से 10 जामुन वह भी पकी हुई खा सकती हैं.