क्या माया कैलेंडर के अनुसार के जेंडर प्रेडिक्शन कर सकते हैं

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नमस्कार दोस्तों जब भी घर में कोई नन्हा मेहमान आने वाला होता है, तो उसका जेंडर क्या होगा. इस बात को लेकर अटकलों का दौर जारी हो जाता है.
 हर कोई अलग अलग तरीके से यह जानने की कोशिश करता है, कि आने वाला मेहमान लड़का होगा या लड़की.  इससे वैसे कोई फर्क तो नहीं पड़ता है. बस एक उत्सुकता मात्र ही है, हमें लगता है कि भारतीय समाज में इसको लेकर ज्यादा ही लोग क्रेजी हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. अलग-अलग समय में अलग-अलग सभ्यताओं में भी लोग इस को लेकर काफी उत्सुक
रहते थे, प्राचीन काल की सभ्यता जिसे हम माया सभ्यता भी कहते हैं.
उसमें भी एक तरीका प्रचलित था. आज हम आपको उसी तरीके को बताने जा रहे हैं,  कि माया सभ्यता के लोग किस तरह
से जेंडर प्रिडिक्शन क्या करते थे.
Maya gender prediction tricks

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माया कैलेंडर के अनुसार के जेंडर प्रेडिक्शन – Maya Gender Prediction Trick 

दोस्तों माया सभ्यता वालों के पास एक जेंडर प्रेडिक्शन चार्ट हुआ करता था. जो चार्ट  दिखाई पड़ रहा
है इसी के माध्यम से यह जाना करते थे कि उनके यहां आने वाली संतान लड़का है या लड़की
है.

माया सभ्यता के लोग अपने कैलेंडर के अनुसार जो कि माया सभ्यता में प्रचलित था. उसके अनुसार सम और विषम प्रणाली के आधार पर जेंडर परीक्षण किया करते थे.

लिंग भविष्यवाणी के लिए महिला के उम्र (गर्भाधान के साल में) क्या है, और महिला ने किस महीने में गर्भाधान किया है.
इन दो बातों के आधार पर जेंडर प्रिडिक्शन किया जाता था.

माया जेंडर प्रिडिक्शन चार्ट के अनुसार अगर प्रेगनेंसी होते समय महिला की उम्र और प्रेगनेंसी का महीना दोनों ही
EVEN आते हैं, या दोनों ODD हैं, तो महिला को पुत्री प्राप्त होगी.

अगर इनमे से एक EVEN और एक ODD आता है तो महिला को पुत्र प्राप्त होगा.

एग्जांपल के लिए अगर प्रेग्नेंसी के समय महिला की उम्र 32 साल है, और महीना चौथा आता है, तो दोनों ही EVEN है महिला को पुत्री होगी या उम्र 31 साल और महीना पांचवा आता है, तो भी महिला को पुत्री होगी.

ऐसे ही महिला की उम्र अगर 25 साल है, और महीना चौथा आता है, यह आठवां आता है, महिला को पुत्र होगा और उम्र अगर 24 साल है और महीना तीसरा आता है तो भी महिला को पुत्र होगा.

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दोस्तों अब यहां ऐसा नहीं है, कि आपने हिंदू कैलेंडर या अपने इंग्लिश कैलेंडर के अनुसार चेक कर लिया और आपने लिंग
की भविष्यवाणी कर दी.यहां समझने वाली यह बात है, कि यह दोनों की दोनों संख्याएं महिला की गर्भाधान के समय उम्र और गर्भाधान का महीना दोनों ही माया कैलेंडर के अनुसार ही निकाली जाएंगी. अगर आपके पास माया कैलेंडर है तो आप निकाल सकते हैं.

मैं नहीं समझता हूं कि जल्दी से कोई इस कैलेंडर के अनुसार उम्र और महीना निकाल पाएगा. आप अगर इंटरनेट पर देखेंगे तो आपको आधी अधूरी इंफॉर्मेशन मिलेगी कैलेंडर का कोई भी जिक्र नहीं होगा.

 माया सभ्यता के समय हमारा हिंदू कैलेंडर और इंग्लिश के अंदर मौजूद नहीं था. यह सब उनके अपने कैलेंडर के अनुसार होना चाहिए. अगर हम माया सभ्यता के अनुसार जेंडर परीक्षण करते हैं, तो उसका परिणाम गलत ही
निकलेगा. क्योंकि हमें माया कैलेंडर देखना आता ही नहीं है.

दोस्तों महिला के शरीर में आने वाले लक्षणों को देखकर हम शायद इस बात का पता लगाने की महिला के घर में कौन सी संतान है लेकिन दोस्तों यह भी उतना ही जरूरी है कि हमें उसके स्वास्थ्य का संपूर्ण ध्यान रखना है, उसके पोषण का विशेष ध्यान रखना आवश्यक होता है.

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