एनटी स्कैन क्या होता है – NT Scan Kya Hai
एनटी स्कैन को न्यूकल ट्रांसलुसेंसी स्कैन भी कहा जाता है. इसमें गर्ग में मौजूद शिशु के न्यूकल फोल्ड की मोटाई को नापा जाता है. यह न्यूकल फोल्ड गर्भ में स्थित गर्भस्थ बच्चे की जो गर्दन है, उसके पीछे मौजूद किस क्षेत्र को कहते हैं. इसके द्वारा अनुवांशिकी प्रॉब्लम पता लगाने की कोशिश की जाती है.
एनटी स्कैन क्यों किया जाता है – NT Scan Kyo Hota Hai
गर्भस्थ शिशु के अंदर विकास संबंधी विकार या अनुवांशिकता से संबंधित विकार हृदय संबंधी रोग या दूसरे प्रकार की आशंकाओं का पता लगाने के लिए यह एनटी स्कैन किया जाता है.
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स्कैन से पहले की क्या तैयारी होती है – Prepartion of NT Scan in Pregnancy
एनटी स्कैन को लेकर किसी भी प्रकार की खास तैयारी की जरूरत नहीं पड़ती है. अल्ट्रासाउंड स्कैन है बस 1 घंटे पहले डॉक्टर आपको लिक्विड या जूस पीने की सलाह देते हैं. साथ ही साथ इसमें आपको पेशाब ना जाने की सलाह दी जाती है. जितना ज्यादा प्रेशर मूत्र का आपको रहेगा उतना ही साफ चित्रण भ्रूण का होता है.
एनटी स्कैन परीक्षण कैसे किया जाता है – NT Scan Kaise Hota Hai
किसी भी महिला या व्यक्ति ने कभी अल्ट्रासाउंड कराया होता है. वैसे ही यह भी होता है, इसके अंदर महिला के पेट पर एक तरल पदार्थ का लेप किया जाता है. एक जेल लगाया जाता है. और जांच उपकरण को उस जेल वाले हिस्से के ऊपर घुमाया जाता है. और उससे निकलने वाली जो rays हैं, वह आपके शरीर के अंदर का चित्रण करके ब्लैक एंड वाइट मॉनिटर पर दिखाती हैं.
किसी भी स्पेशलिस्ट को बड़े अच्छे से पता होता है, कि बनने वाले चित्र के किस भाग का क्या मतलब होता है.
यह जांच 15 मिनट से लेकर 30 मिनट तक चल सकती है. कभी-कभी डॉक्टर्स को पता नहीं चलता है, तो जहां थोड़ा लंबी चल जाती है. वरना मैक्सिमम 10 मिनट के अंदर वह जांच करके महिला को बाहर भेज देते हैं.
एनटी स्कैन के परिणाम का क्या मतलब होता है – Pregnancy me NT Scan Ka Result
एनटी स्कैन किसी भी स्पेशलिस्ट के द्वारा किया जाता है. स्कैन के द्वारा कई प्रकार से भ्रूण की माप ली जाती है, उन माप के आधार पर भ्रूण के स्वास्थ्य को नापा जाता है. 1, 2 चीजें हम आपको बता देते हैं जैसे कि
11 सप्ताह में तरल की मात्रा 2 एमएम तक होनी चाहिए और 13 सप्ताह और 6 दिन पर तरल की मात्रा 2 .8 एमएम तक होनी चाहिए.
ऐसे ही बहुत सारी माप होती है. आकार की माप होती हैं. जिनके आधार पर भ्रूण के स्वास्थ्य का आकलन किया जाता है. या उसमें होने वाली किसी भी प्रकार की बीमारी का आकलन किया जाता है.एक आम इंसान होने के नाते हम उसे समझ भी नहीं सकते हैं.
क्या एनटी स्कैन भ्रूण लिंग का पता कर सकता है – NT Scan se Gender Prediction
स्कैन पहली तिमाही में किया जाता है, और इसमें भ्रूण के लिंग का स्पष्ट रूप से पता चलना तो बहुत मुश्किल होता है. लेकिन एक्सपर्ट फिर भी अपने अनुभव के आधार पर और भ्रूण के माप के आधार पर इस बात को बता सकते हैं, कि उनके गर्भ में जो बच्चा है, उसका लिंग क्या है.
एनटी स्कैन के परिणाम कितने सही होते हैं – NT Scan Result Accuracy
एनटी स्कैन के परिणाम कितने सही होते हैं यह जानना बड़ा ही आवश्यक है, क्योंकि भ्रूण एक इनिशियल अवस्था में होता है, तो कभी-कभी माप का अंतर इतना कम होता है, कि डॉक्टर या वह स्पेशलिस्ट समस्या होते हुए भी पता लगा पाने में सक्षम नहीं हो पाता है.
इसलिए एनटी स्कैन की जो सटीकता है वहां 28 परसेंट से लेकर 100 परसेंट के बीच मानी गई है. इस जांच के परिणामों की सटीकता जांचकर्ता के अनुभव और उपयोग में लाई जाने वाली मशीनों पर भी निर्भर करती है.
अब आप लिंग परीक्षण करवाएंगे तो देख लीजिए, जरूरी नहीं कि वह आपको सही बता ही पाएं और कभी कभी बताए गए लिंग के ऑपोजिट लिंग भी पैदा हो जाता है. यह हमने कई बार देखा है. यह बात जब की है तब इस पर कानून नहीं था.
एंटी स्कैन के लाभ हानि – NT Scan se Labh aur Hani
इस परीक्षण को कराने से भ्रूण को होने वाली कई प्रकार की समस्याओं का पता चल जाता है. जिनका जिक्र हमने अभी आपसे पहले किया है. इन समस्याओं का समय से पता चल जाने पर आप इसके लिए उसका इलाज करा सकते हैं. भ्रूण की सही स्थिति का पता लगा सकते हैं. लेकिन इसके साथ यह हानि है कि इससे निकलने वाली जो rays होती है वह नाजुक शिशु को नुकसान पहुंचाती हैं.
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एनटी स्कैन परीक्षण की लागत – Cost of NT Scan
इस स्कैन की लागत कई बातों पर निर्भर करती है
- नंबर 1 स्कैन करने वाले स्पेशलिस्ट का अनुभव
- स्कैन करने वाली मशीन की कीमत
- स्कैन जिस क्षेत्र में स्कैन किया जा रहा है उस क्षेत्र की आर्थिक स्थिति जैसे कि छोटे शहरों में ₹500 तक ले लेते हैं वही बड़े शहरों में 1500 रुपए तक इसकी कीमत होती है.
- ऐसे ही कई छोटे-छोटे फैक्टर्स के ऊपर यह किमत निर्भर करती है, कंपटीशन के कारण भी कभी-कभी कीमत कम हो जाती है.