दोस्तों प्रेगनेंसी के दौरान बहुत ज्यादा ध्यान रखने की आवश्यकता होती है. और इस बात का भी ध्यान रखना होता है, कि शरीर का तापमान अधिक नहीं हो खासकर गर्मियों में तो इस बात का ध्यान रखना होता है.
अगर ऐसे में हम एसी का प्रयोग कर रहे हैं, तो उसमें भी काफी सावधानी रखने की आवश्यकता होती है. उसके कुछ खतरे हैं जिनसे हमें बचकर रहना है.
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हम आपको एयर कंडीशन में होने वाले नुकसान के बारे में बताने वाले हैं.
तो हम बात कर रहे थे कि ऐसी से प्रेगनेंसी में क्या क्या नुकसान हो सकते हैं. दोस्तों कूलर और पंखे की तुलना में गर्मी से बचने के लिए, एसी एक उत्तम विकल्प हो सकता है.
गर्मी का मौसम में एसी आपको ठंडक और सुकून देता है. परंतु क्या आप जानते हैं, एसी से होने वाले नुकसान बहुत खतरनाक बीमारियों को जन्म देते हैं. आइए बताते हैं हम उन खतरनाक बीमारियों के बारे में —-
बुखार
लंबे समय तक एसी में रहने से आपको लगातार हल्का बुखार और थकान बने रहने की समस्या हो सकती है। इतना ही नहीं इसका तापमान ज्यादा कम करने पर आपको सिरदर्द और चिड़चिड़ाहट महसूस हो सकती है। अगर आप एसी से निकलकर सामान्य तापमान या गर्म स्थान पर जाते हैं तो आप लंबेसमय तक बुखार से पीड़ित हो सकते हैं।
जोड़ों का दर्द
लगातार इसी में रहने से घुटनों के दर्द के साथ-साथ आपको जोड़ों का दर्द रह सकता है. जिससे आप की कार्य क्षमता कम हो सकती है, जो हड्डियों से जुड़ी बीमारियों का कारण बन सकती है.
बीपी और अस्थमा
अगर आपको लो बीपी रहता है तो आपको ऐसी से बचना चाहिए और अपने डॉक्टर से सलाह जरूर कर लेनी चाहिए. अस्थमा के रोगियों को अपने डॉक्टर से सलाह करके ही ऐसी यूज करना चाहिए. बहुत सारे संक्रमण ऐसे होते हैं जो ठंड में बहुत ज्यादा बढ़ते हैं.
मोटापा
जिन महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान मोटापे का की शिकार है. अर्थात जिनका वजन आवश्यकता से ज्यादा बढ़ा हुआ है. उन्हें प्रेगनेंसी के दौरान एसी में नहीं बैठना चाहिए.
एसी में रहने वाले लोगों का शरीर अधिक सक्रिय नहीं होता है. जिससे हम शरीर की ऊर्जा का सही मात्रा में इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं. जिसके परिणाम स्वरूप हमारा मोटापा धीरे-धीरे बढ़ने लगता है. अधिक मोटापा हो जाने से डिलीवरी केस में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है.
त्वचा
प्रेगनेंसी के दौरान बहुत-सी महिलाओं की त्वचा हार्मोन अल परिवर्तन की वजह से शुष्क और रूखी सुखी नजर आती है.
ऐसे में अगर गर्भवती स्त्री अधिकतर समय AC में रहेगी तो उसे यह समस्या और ज्यादा परेशान करेगी क्योंकि एसी की ठंडक हाथों की नमी को सोख लेती है, तो जिन महिलाओं को यह समस्या नहीं है. उन्हें भी इस समस्या से दो-चार होना पड़ सकता है.
रक्त संचार
रक्त संचार बेहतर ढंग से नहीं हो पाता है. जिसे हमारे अंगों की कार्य क्षमता प्रभावित हो सकती है. AC में ज्यादा रहने से हमारे शरीर की कोशिकाओं के और संकुचन के कारण हमारे मस्तिष्क में रक्त का संचार प्रभावी ढंग से नहीं हो पाता है.
जिसके कारण भारीपन और चक्कर आने की समस्या हो सकती है . प्रेगनेंसी के दौरान हार्मोनल परिवर्तन की वजह से रक्त संचार संबंधी समस्याएं पहले से भी विद्यमान हो सकती हैं. इसलिए ऐसी में बैठना और नुकसान दायक होता है.
संक्रमण का एक्टिव होना
हमारे शरीर में कई प्रकार के संक्रमण इन एक्टिव मोड में पड़े रहते हैं. जब हमारा शरीर जल्दी-जल्दी ठंडे और गर्म वातावरण में आता जाता है. अर्थात आपका कमरा तो ठंडा है लेकिन जैसे ही आप कमरे से बाहर आते हैं तो तापमान एकदम से अधिक हो जाता है. और आप फिर कमरे में चले जाते हैं, तो तापमान एकदम से कम हो जाता है.
ऐसे बार-बार तापमान के परिवर्तन से हमारे शरीर के अंदर पड़े बैक्टीरिया एक्टिव हो जाते हैं, और शरीर का तापमान बार-बार बदलने से हमारी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने लगती है.
दोस्तों वैसे तो अधिक गर्मी प्रेगनेंसी के लिए काफी नुकसानदायक होती है लेकिन अगर आप बहुत ज्यादा ठंड में भी रहते हैं तो भी यह प्रेगनेंसी के लिए सही नहीं होती है अगर आप AC का प्रयोग करते हैं तो इसका तापमान न्यूनतम बिल्कुल भी ना रखें. इस का तापमान आप को अधिकतम रखना है, और इसी की सहायता से आप कमरे का तापमान इतना रखें कि आप उसमें आराम महसूस कर सकें अधिक ठंडा वातावरण करना और लगातार ठंडे वातावरण में रहना ठीक नहीं है.
तो अगले वीडियो में हम बात करेंगे कि इसी चलाना आपके नवजात शिशु के लिए सुरक्षित है या नहीं और वह कौन कौन सी सावधानियां है जिसक करने से आपके नवजात को AC से नुकसान नहीं होता है थैंक यू