बच्चे को AC में सुलाते हैं तो 7 बातों का ध्यान रखें | baby in AC, keep in mind 7 things

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अब आप मां बन चुकी हैं बच्चे को अगर आप AC में रखते हैं, तो आपको 7 छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है.  बच्चे को किस प्रकार के वातावरण में रखना चाहिए. यहां पर वातावरण से मतलब स्वच्छ वातावरण और बच्चे के शरीर के अनुसार वातावरण का तापमान कैसा है.

आपने कई बार सुना होगा कि लोग कहते हैं कि बच्चे को थोड़ा गर्म तापमान में रखे. कुछ कहते हैं कि नहीं नॉर्मल तापमान में रखना चाहिए. कुछ कहते हैं कि तापमान थोड़ा ठंडा होना चाहिए. अलग-अलग व्यक्ति की अलग-अलग राय होती हैं आज हम इसी टॉपिक पर आप से बात करने वाले हैं.

जब बच्चा पैदा होता है, तो उसके लिए सब कुछ नया होता है. यहां तक कि वातावरण का तापमान भी नया होता है. वह जिस प्रकार के तापमान में रहता है, धीरे-धीरे उसे उसकी आदत होने लगती है, लेकिन तापमान में अधिक परिवर्तन रहता है, तो यह उसके स्वास्थ्य के लिए थोड़ा खराब होता है.

दोस्तों एसी आपके नवजात शिशु के लिए सुरक्षित है नवजात को गर्म एवं आद्रता पूर्ण वातावरण में रखने से बेहतर है. आप उसे एसी में रखें. इससे आपके नवजात को घमौरियों की बेचैनी , और लू से बचाया जा सकता है. इसे आप इससे आपका शिशु आराम से सो सकता है, परंतु इसके लिए आपको कुछ सावधानियां बरतनी होगी.

बच्चे को AC में सुलाने के लिए 7 टिप्स

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1. एक कमरे का वातावरण  आराम दे बनाएं यह बहुत ठंडा नहीं होना चाहिए. कुछ विशेषज्ञों का सुझाव है, कि आपका ऐसी 24 से 26 डिग्री सेल्सियस पर होना चाहिए.

जन्म के बाद के शुरुआती कुछ हफ्तों में, बच्चे ज्यादातर समय सोते हैं. चाहे दिन हो या रात हो उन्हें 16-18 घंटे की नींद की जरूरत होती है. जिसमें 30 मिनट से लेकर तीन घंटे तक की कई छोटी–छोटी झपकियाँ होती हैं. जैसे जैसे नवजात शिशु की उमर बढ़ती है, वैसे उसके हर झपकी की अवधि बढ़ती है, पर उसकी नींद के घंटे कम हो जाते हैं. अंत में, वे पूरी रात सोना शुरू कर देते हैं, बस एक या दो बार दूध पीने के लिए जागते हैं.

नवजात शिशु दिन और रात के बीच अंतर नहीं समझ सकते. आपको उन्हें जगाए रखने के लिए दिन के दौरान उनके साथ खेलना बढ़ाकर और रात के समय उन्हें कम उत्तेजित कर सोने की एक दिनचर्या निर्धारित करनी होगी, ताकि वे शांत होकर सोना सीखें. आपको बच्चे के सोने के समय को निर्धारित करना होगा.

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2.  कुछ देर ऐसी (AC) चलाएं. आपको अपने कमरे का पता होता है कि यह कितनी देर में ठंडा होता है. बस उसी के हिसाब से टाइमर लगा दे.

3. अपने शिशु को ऐसी (AC) की सीधी ठंडी हवा से बचाए. इसके लिए आप शिशु को कपड़े पहना दे , टोपी लगा सकती हैं. चादर या कंबल उड़ा सकती हैं. यह कार्य आप अपनी आवश्यकतानुसार कर सकती है.

4.  अपने एसी (AC)  की सर्विस टाइम से कराती रहें, ताकि स्वच्छ और प्रभावशाली ठंडक मिलती रहे.

5.  नवजात शिशु की त्वचा पर अच्छी तरह से मास्चराइजर लगा दें , ताकि ऐसी में उसकी त्वचा सुख ना जाए. अपने डॉक्टर से पूछ कर शिशु को जो तेल लगाते हैं, उसकी  उसकी नाक के दोनों नथुनो में थोड़ा सा तेल लगा दे. परंतु यह अपने डॉक्टर की सलाह के बाद ही करें. कमरे में किसी बर्तन में पानी खुला रख दें, जिससे शुष्कता घटेगी.

6.  आप इस बात का विशेष ध्यान रखें कि जब आपका शिशु एसी वाले कमरे में या जगह में है, तो उसे तुरंत उठाकर किसी गर्म स्थान की तरफ नहीं ले जाना चाहिए. ऐसे में शिशु को सर्दी गर्मी लग कर संक्रमण या बुखार होने का डर रहता है.

7.  अगर आप कहीं कार से बाहर जा रहे हैं, और आप जिस गाड़ी में जा रहे हैं. सबसे पहले उस कार का खिड़की दरवाजे खोल कर उसके अंदर का तापमान नॉर्मल होने दें और उसके अंदर रुकी हुई हवा को बाहर निकलने दे. उसके बाद आपको खिड़की बंद करके अपना ऐसी चलाना चाहिए.  अगर आपका  नवजात शिशु को पालने में लेटता  हैं, तो अच्छे से चेक कर लें कि उसमें हवा ठीक है जा रही है या नहीं पालने के ऊंचे ऊंचे किनारों से हवा का आगमन बाधित हो सकता है.  इसे आपको शिशु को बेचैनी या गर्मी लग सकती है.

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