माता-पिता को पता नहीं होता है कि उनका गर्भ कितने महीने का है या हफ्ते का है
आज हम आपको इस संबंध में संपूर्ण जानकारी देने की कोशिश कर रहे हैं ताकि आप किसी भी प्रकार के कंफ्यूजन में ना रहे और अपने आप यह सब ज्ञात कर पाए
यह बात एक हकीकत है कि महिला किस दिन गर्भ धारण करती है इस संबंध में किसी भी महिला को किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं होती है मात्र 1 या 2 दिन का अंदाजा महिला लगा सकते हैं.
ऐसा भी हो सकता है कि जिस दिन पति और पत्नी संतान प्राप्ति के लिए कोशिश करें उससे 1 दिन बाद यह गर्भधारण हो.
इस कारण से बिल्कुल सही सही तारीख का पता लगा पाना तो बहुत ज्यादा मुश्किल होता है.
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और कुछ महिलाओं को तो पीरियड मिस होने के बाद या लक्षण आने के बाद इस बात का पता चलता है कि वह गर्भवती हैं , तो ऐसे में डॉक्टर उन्हें एक डेट किस प्रकार से दे देते हैं.
पहले तो हम इस बात का कन्फ्यूजन बिल्कुल भी ना रखें कि डॉक्टर जो डेट देते हैं वह एकदम एग्जैक्ट डेट होती है वह डेट मात्र एक एक्सपेक्टेड डेट होती है जिसमें कम से कम 15 दिन का वेरिएशन होता ही होता है अर्थात संतान प्राप्ति 15 दिन आगे या पीछे हो सकती है.
वास्तविक गर्भधारण की डेट तो किसी को भी नहीं पता होती है. ऐसी परिस्थिति में मेडिकल साइंस ने एक तरीका निकाला है, जिसके माध्यम से वह यह तारीख निकाल पाते हैं कि गर्भधारण की डेट कौन सी है.
जिस दिन महिला को लास्ट पीरियड आता है उस डेट को पहला दिन मानकर प्रेगनेंसी के दिन को कैलकुलेट किया जाता है. और यह बिल्कुल सत्य बात है कि प्रेगनेंसी के पहले हफ्ते के दौरान तो महिला गर्भवती होती ही नहीं है. कोई भी स्त्री गर्भवती पहले महीने के 10 दिन गुजर जाने के बाद ही होती है.
लेकिन यह गर्भावस्था के दिन निकालने का स्टैंडर्ड तरीका है. इसलिए जो भी जानकारी किसी भी महिला को गर्भ अवस्था के दौरान दी जाती है तो उसके लिए इसी प्रकार से समय को कैलकुलेट किया जाता है लास्ट पीरियड के दिन से आगे के हफ्ते या महीने निकाले जाते हैं.
एक उदाहरण के लिए मान लेते हैं कि किसी महिला को पीरियड 10 जुलाई को आता है, और 10 अगस्त को उसका पीरियड मिस हो जाता है और पता चलता है कि वह गर्भवती है. वास्तविकता तो यही है कि वह 10 जुलाई के 10 दिन बाद ही प्रेग्नेंट होगी लेकिन उसके प्रेगनेंसी 10 जुलाई से ही मानी जाती है.
10 अगस्त तक उसे लगभग 4 हफ्ते मान लिए जाते हैं, और 10 अगस्त तक 1 महीना हो जाता है.
अगर कोई महिला यह जानना चाहती है कि उसकी प्रेगनेंसी कितने हफ्ते की है या कितने महीने की हो चुकी है तो वह इस प्रकार से अपनी प्रेगनेंसी को निकाल सकती है.