दोस्तों हम प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में कुछ लक्षण नजर आते हैं. जिनके आधार पर हम जेंडर का पता लगा सकते हैं, लेकिन यह तरीके 100% वैज्ञानिक तरीके नहीं है. मात्र समाज में प्रचलित और लोगों के एक्सपीरियंस के आधार पर यह तरीके अस्तित्व में है. जो भी लक्षण महिला के शरीर में नजर आ रहे हैं, जो हम बता रहे हैं यह मात्र गर्भ में लड़का होने की संभावना को बढ़ाते हैं.
इनका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि यह 100% काम करते हैं. हालांकि अधिकतर मामलों में यह सब तरीके काफी फिट बैठते हैं. इसलिए यह प्रचलन में है. इनके आधार पर आप बिल्कुल भी यह निर्णय नहीं ले सकते हैं कि आपके गर्भ में लड़का है या लड़की है, क्योंकि कुछ मामलों में लक्षण अपोजिट भी आ जाते हैं. हालांकि ऐसा कम ही होता है, लेकिन ऐसा होता है.
इन लक्षणों के आधार पर आप निर्णय लेकर गर्भपात नहीं करा सकते हैं और गर्भपात कराना कानूनन जुर्म है. गर्भ में बेटी या बेटा होने के 4 लक्षण नहीं बल्कि पूरे 12 लक्षणों को लेकर हम यहां चर्चा कर रहे हैं.
त्वचा की सुंदरता और कील मुंहासे से जेंडर प्रिडिक्शन
अगर प्रेगनेंसी के दौरान महिला की सुंदरता कम हो जाती है, मुंह पर कील मुहासे होना यह सब पुरुष जेंडर गर्भ में होने के कारण जिस प्रकार के हार्मोनअल कॉन्बिनेशन शरीर के अंदर बनता है उसकी वजह से होता है.
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महिला को आलस्य के लक्षण से जेंडर प्रिडिक्शन
प्रेगनेंसी के दौरान होना आलस लगातार बने रहना, शरीर थका थका सा रहता है. यह शरीर में महिला हारमोंस की अधिकता की वजह से होता है ऐसा माना जाता है गर्भ में लड़की है. हालांकि आलस्य के कई सारे कारण हो सकते हैं लेकिन अगर बिना वजह आलस्य आ रहा है तो तभी इस लक्षण पर गौर करें.
महिला के पेशाब के रंग से जेंडर प्रिडिक्शन
महिलाओं के पेशाब के रंग से भी गर्भ में लड़का है या लड़की है. इस बात का अनुमान लगाया जा सकता है.
हालांकि महिला के पेशाब का रंग महिला के खानपान और शरीर में पानी की स्थिति पर भी काफी हद तक निर्भर करता है. लेकिन फिर भी अगर काफी दिनों तक इस बात को देखा जाए और अगर यह अनुमान लगे कि महिला के पेशाब का रंग अपेक्षाकृत अधिक गहरा है, तो यह गर्भ में लड़का है. इसकी संभावना को बल देता है.
महिला को मतली और उल्टी का पैटर्न से जेंडर प्रिडिक्शन
जिन महिलाओं को उल्टी या मतली की समस्या सुबह के समय नहीं होती है. उन्हें यह माना जाता है, कि उनके गर्भ में लड़का है.
हाथ पैरों का ठंडा होना से जेंडर प्रिडिक्शन
प्रेगनेंसी के दौरान अगर महिलाओं के पैर ठंडे रहते हैं, तो यह गर्भ में लड़का होने की निशानी माना जाता है. मुख्यता यह तभी ज्यादा सही बैठता है जब प्रेगनेंसी पहली हो.
महिला के स्वाद के आधार पर से जेंडर प्रिडिक्शन
गर्भ में लड़का या लड़की होने पर माना जाता है कि महिलाओं को अलग-अलग प्रकार का भोजन पसंद आता है.
बहुत से लोग कहते हैं, कि खट्टा और नमकीन अगर महिला को प्रेगनेंसी के दौरान पसंद आ रहा है, तो गर्भ में लड़का है.
अगर महिला को मीठा भोजन ज्यादा पसंद आ रहा है, तो गर्भ में लड़की होती है.
इन दोनों स्थितियों में यह संभावनाएं बहुत ज्यादा बनती है. लेकिन कभी-कभी अप अपोजिट स्थिति भी नजर आती है, लेकिन कम ही.
बच्चे के दिल की धड़कन से जेंडर प्रिडिक्शन
माना जाता है कि बच्चे की धड़कन से बच्चे के लिंग का अनुमान लगाया जा सकता है, और यह भी माना जाता है कि अगर बच्चे की दिल की धड़कन अपेक्षाकृत कम होती है, तो वह लड़का होता है. वैसे दोस्तों इसके अपवाद भी देखने को मिलते हैं, और यह धड़कन आपको आठवें और नौवें महीने में ही चेक करनी चाहिए.
बच्चे की दिल की धड़कन औसतन 140 के आसपास होती है. अगर यह 140 से कम है, तो संभावना लड़का होने की अधिक रहती है.
महिला के शरीर पर बालों का पैटर्न से जेंडर प्रिडिक्शन
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के हारमोंस काफी ज्यादा एक्टिव रहते हैं. इस वजह से अगर महिला के शरीर में बालों का उगना हाथ पैर के बाल या सिर के बाल अधिक मजबूत और घने हो जाते हैं, तो यह गर्भ में लड़का है. इसकी संभावना ज्यादा रहती है.
महिला की त्वचा पैटर्न से जेंडर प्रिडिक्शन
प्रेगनेंसी के दौरान अगर महिलाओं के हाथों की त्वचा शुष्क नजर आती है और पतली पतली पपड़ी उतर रही होती है, अर्थात महिला के हाथ शुष्क रहते हैं. और अगर आप इसका इलाज करें और कोई खास फर्क नहीं पड़ता है.
आपको कुछ कुछ खुजलाहट भी आती है, तो गर्भ में बेटा होने के संकेत के रूप में माना जाता है , मतलब गर्भ में बेटा है इसकी संभावना अधिक होती है.
महिला के पेट के आकार से जेंडर प्रिडिक्शन
यह एक वैज्ञानिक बात है कि गर्भ में लड़के का वजन लड़की के वजन से अधिक होता है. ऐसे में अगर महिला का पेट सामने की ओर ज्यादा झुकाव लिए है जैसा कि आपको इमेज में नजर आ रहा है तो यह गर्भ में बेटा होने की संभावना को ज्यादा बढ़ा देता है.
घर की बुजुर्ग महिलाएं बड़ी आसानी से महिला के पेट को छूकर उसका निरीक्षण करके बता सकती हैं कि आपके गर्भ में एक लड़का है या लड़की है यह उनके अपने एक्सपीरियंस पर निर्भर करता है.
महिला के मूड स्विंग पैटर्न से जेंडर प्रिडिक्शन
प्रेगनेंसी के दौरान महिला के मूड में काफी ज्यादा परिवर्तन नजर आता है, और वह थोड़ी सी चिड़चिड़ी हो जाती है, लेकिन अगर महिला के व्यवहार में चिड़चिड़ापन और गुस्सा कुछ ज्यादा ही नजर आ रहा है तो यह गर्भ में लड़के की संभावना को बढ़ाने वाला एक संकेत माना जाता है. हालांकि ऐसा सभी के साथ नहीं होता.
महिला के हिप्स आकार से जेंडर प्रिडिक्शन
अगर महिला के हिप्स पर कमर के दोनों तरफ मोटापा कम है, और पेट पर ही मोटापा ज्यादा है तब भी यह गर्भ में लड़का है इसकी संभावना को बढ़ाता है.