क्योंकि कई प्रकार के स्ट्रीट फूड पाए जाते हैं। जिनमें काफी खाने पौष्टिक भी होते हैं। कुछ पौष्टिक नहीं होते हैं।
साथ ही साथ हम किस मौसम में इन्हें खा रहे हैं और इन्हें बनाने में बनाने वाले ने स्वच्छता का कितना ध्यान रखा है, और आपकी प्रतिरोधक क्षमता कितनी है। इन सभी बातों को ध्यान में रखकर इस बात को सुनिश्चित किया जा सकता है।
हम जिस स्ट्रीट फूड को हम खाना चाह रहे हैं, वह खाना चाहिए कि नहीं खाना चाहिए।
दोस्तों इस पर चर्चा करते हैं।
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मुख्य सा गर्भवती महिलाओं को चटपटा तीखा और स्ट्रीट फूड खाने के लिए मना कर दिया जाता है। यह इसलिए नहीं किया जाता है कि यह नुकसानदायक होते हैं.
अगर स्ट्रीट फूड नुकसानदायक होते तो उसे कोई भी नहीं खाता, हां यह बात है कि स्ट्रीट फूड के अंदर पोषक तत्वों की बहुत ज्यादा कमी होती है। उसे खाने से शरीर को कुछ भी लाभ नहीं मिलता है। सिर्फ आप अपने स्वाद को पुष्ट करने के लिए उसका प्रयोग करते हैं। अगर आप शरीर को चलाने के लिए आवश्यक पोषक तत्व अपने भोजन से नहीं प्राप्त करोगे तो आप अपने आप बीमार हो जाओगे।
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को सामान्य दिनों की तुलना में अधिक पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, तो ऐसी अवस्था में आप ऐसे भोज्य पदार्थ खाने का रिस्क नहीं ले सकते, जिनमें पोषक तत्व नहीं होते हैं |
गर्भवती का स्ट्रीट फूड खाना इस बात पर निर्भर करता है, कि आप क्या और किस जगह से खाना चाहती हैं। गर्भावस्था के दौरान स्ट्रीट फूड का सेवन अपने आप में असुरक्षित नहीं है। खतरा भोजन को अस्वच्छ तरीकों और अशुद्ध पानी से तैयार करने की वजह से होने वाले इनफेक्शन या पेट में संक्रमण से होता है।
गर्भवती महिला का जो प्रतिरोधक क्षमता होती है। उसमें भी बदलाव आ जाता है। अब प्रतिरोधक क्षमता महिला की सुरक्षा से पहले उसके गर्भ में पल रहे शिशु की सुरक्षा को प्राथमिकता देती है। ऐसी अवस्था में थोड़ी बहुत भी भोज्य पदार्थ में कमी हो या वह संक्रमित हो तो उससे गर्भवती महिला बीमार पड़ सकती है।
कभी कभी तो ऐसा भी होता है, कि गर्भवती महिला के साथ जो दूसरा व्यक्ति वहीं स्ट्रीट फूड खाने वाला होता है, वह बीमार नहीं होता है। और गर्भवती महिला बीमार हो जाती है। कारण महिला के शरीर द्वारा, महिला की प्रतिरोधक क्षमता में कम और बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता में अधिक ध्यान देना है।
अगर कोई भी भोज्य पदार्थ सड़क के किनारे बिक रहा होता है, तो उसके अंदर गाड़ियों के धुएं से निकलने वाले जहरीले तत्व और धूल मिट्टी के कण कुछ ना कुछ आ ही जाते हैं।
रेहड़ी/ठेलों पर बिकने वाली खट्टी-मीठी और मसालेदार चाट को खाने के लिए लगभग सभी लालायित रहते हैं। चाट, टिक्की, गोल गप्पे, पकोड़े, भल्ले, वड़े, भेलपूरी, समोसे और भजिया आदि पीढ़ी दर पीढ़ी सभी के पसंदीदा आइटम रहे हैं।
बहरहाल, चूंकि आप गर्भवती हैं, इसलिए अपने खाने की इच्छा को शांत करने का सबसे सुरक्षित तरीका है कि स्ट्रीट फूड या चाट को घर पर ही तैयार किया जाए। अधिकांश चीजें घर पर आसानी से बनाई जा सकती हैं और आप इन्हें अपने स्वादानुसार व पोषण की जरुरत के अनुसार तैयार कर सकती हैं।
आप इन्हें बनाने में तेल, नमक व चीनी की कम मात्रा और पौष्टिक सामग्रियों का अधिक इस्तेमाल कर सकती हैं। हालांकि, ये एकदम बाहर मिलने वाली चाट जैसा स्वाद तो नहीं देंगे, मगर यह भी सच है कि आपको इन्हें इस तरह केवल कुछ समय के लिए ही खाना है। आपको केवल गर्भावस्था के कुछ महीनों में अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरुरत है।
यदि आप वास्तव में स्ट्रीट फूड से दूर नहीं रह पाएं, तो आपको सुरक्षित रहने के लिए कुछ चीजों का ध्यान रखना होगा।
रेहड़ी या ठेलों से चाट खाने की बजाय आप किसी प्रतिष्ठित स्नैक चैन या रेस्टोरेंट से इन्हें खाएं, जो अपनी गुणवत्ता, स्वच्छता और सेवा को लेकर जाने जाते हों।
स्टाफ को देखें। उनके कपड़े या यूनिफार्म साफ होनी चाहिए। खाना परोसने और रसोई में काम करने वाला स्टाफ खाना बनाते और परोसते समय दस्ताने और टोपी पहने हुए होना चाहिए।
भोजन के अलावा उस जगह का साफ-सुथरा होना भी जरुरी है। खाने की मेज, चम्मच-कांटे और खाने के बर्तन को देखकर आप उस जगह की स्वच्छता का अंदाजा लगा सकती हैं। ऐसी जगहों पर खाना न खाएं जहां मक्खियां, मच्छर या अन्य कीट घूम रहे हों।
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अगर आपका मन नहीं मान रहा है और आपका मन बाहर का खाना खाने का कर रहा है तो कुछ चुनिंदा प्रकार के स्ट्रीट फूड या होटल या रेस्तरां के में आप कुछ बातों का ध्यान रखकर भोजन ले सकते हैं।
आप हमेशा इस प्रकार का भोजन ही खाएं जो कि आर्डर के बाद तैयार किया जाता है।
आप बहुत से मिलाकर कोई सा भी ऐसा भोजन ना खाए जिसमे कच्ची सब्जियां या कच्चे फल आदि का प्रयोग किया जाता है। क्योंकि इनको धोने में प्रयोग किया गया पानी संक्रमित हो सकता है, या गंदा हो सकता है ।
आपके द्वारा आर्डर किए गए भोजन में किसी भी प्रकार के टॉपिंग नहीं होनी चाहिए, जो कि कच्चे खाद्य पदार्थ के द्वारा की जाती है।
आपको डेयरी उत्पादों को भी लेने से पहले ध्यान देना होगा, जो आप दूध दहि या पनीर खरीद रहे हैं। वह ताजा है कि नहीं ,और दूसरे डेयरी उत्पाद जैसे की मिठाईयां और आइसक्रीम इन्हें भी खाने से बचें।
पूरा दिन खुले में रखी चटनी, सॉस या मसालों का इस्तेमाल न करें। यही बात पहले से तैयार स्नैक्स और नमकीन पर भी लागू होती है। जो अक्सर काउंटर पर खुले में रखे होते हैं। यह कह पाना मुश्किल है, कि ये भोजन कब से इस तरह खुले में रखा है। और इस पर मक्खियां भिनभिना रही होंगी। और कुछ नहीं तो इन पर धूल या धुआं तो अवश्य ही पड़ रह।