हमें इन सब बात का पता होना चाहिए आपको प्रेगनेंसी में घी खाना चाहिए कि नहीं कि खाना चाहिए। इस विषय पर हम चर्चा कर रहे हैं, ताकि आप बड़े अच्छे से इस बात का पता लगा सके कि प्रेगनेंसी में घी खाना आपके लिए कितना फायदेमंद है।
घी के संभव लाभों के संबंध में चर्चा करेंगे तथा साथ ही साथ इससे क्या हानि हो सकती है, इस संबंध में भी चर्चा करेंगे।
आपको बताएंगे कि घी में कौन कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं,
और कैसे और कितना घी का सेवन प्रेग्नेंसी के समय करना चाहिए।
अगर आपका वजन अधिक है तो प्रेगनेंसी के दौरान घी के सेवन से परहेज ही करें।
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गर्भावस्था के दिनों में सभी महिलाओं को अपने खानपान का खास ध्यान रखना जरूरी होता है। इससे गर्भ में पल रहे शिशु का संपूर्ण शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर तरीके से होता है।
मां जो खाती है, उससे ही शिशु को प्रमुख पोषक तत्व मिलते हैं। इसलिए प्रेगनेंसी के पूरे नौ महीने महिलाओं को नियमित आहार लेना चाहिए। और इससे भी ज्यादा जरूरी इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है, कि आप क्या खाती-पीती हैं।
अक्सर प्रेगनेंसी के दिनों में कुछ महिलाएं घी खाने से बचती हैं। वे सोचती हैं कि इससे वे मोटी हो जाएंगी। गर्भवती महिला द्वारा घी के सेवन को लेकर कई भ्रांतियां भी हैं। अपने गर्भावस्था आहार में घी को शामिल करने से पहले जान लें, इसका सेवन कितना अच्छा और कितना बुरा है।
हम इससे पहले बात करते हैं कि देसी घी में कौन कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं.
घी के पोषक तत्व – Ghee ki Nutrition Value
दोस्तो हम सभी जानते हैं कि घी भारतीय भोजन का एक अभिन्न अंग होता है। यह देसी घी हमें मुख्य रूप से गाय और भैंस के दूध से प्राप्त होता है घी में ओमेगा 9 फैटी एसिड, ओमेगा 3 फैटी एसिड, विटामिन, खनिज, एंटी-ऑक्सीडेंट आदि शामिल होते हैं।
आमतौर पर किसी इंसान के लिए घी के सेवन के कई स्वास्थ्य लाभ हैं जैसे मेटाबॉलिज्म बढ़ता है, प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार होता है, और त्वचा भी मॉइस्चराइज होती है। लेकिन गर्भावस्था के दौरान घी का सेवन फायदेमंद है या नहीं?
देसी घी खाने के फायदे – Pregnancy me Desi Ghee Khane ke Fayade
चर्चा करते हैं कि देसी घी खाने के क्या-क्या फायदे हो सकते हैं अगर आप प्रेग्नेंट हैं तो
प्रैग्नेंसी में जरूरी है पौष्टिक डाइट
गर्भवती महिला को कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन जैसे तत्वों की बहुत जरूरत होती है। इसके लिए पौष्टिक आहार ले। इसी के साथ तरल पदार्थ डिहाइड्रेशन के लिए जरूरी है। इस समय में महिला के लिए मक्खन और घी जैसी फैट भी बहुत जरूरी है। इससे बच्चे का विकास अच्छा होता है। महिलाओं को लंबे समय से इस पीरियड्स में घी खाने की सलाह भी दी जाती है।
क्यों जरूरी है देसी घी?
प्रेग्नेंसी में देसी घी का सेवन बढ़िया माना जाता है माना जाता है। अगर महिला देसी घी का सेवन करती है, तो बच्चे को जन्म देते समय प्रसव काल में होने वाला दर्द कम होता है। और बेबी बर्थ प्रक्रिया आसानी से पूर्ण हो जाती है।इसी के साथ महिला के शरीर में कमजोरी ना भी नहीं आती।
कब्ज से राहत
कुछ महिलाओं को इस पीरियड के दौरान कब्ज की समस्या बहुत तकलीफ देती हैं। ऐसे में इस समस्या को दूर रखने के लिए देसी घी सबसे फायदेमंद है।
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इम्युनिटी पावर
प्राचीन काल से ही घी को इम्युनिटी पावर बढ़ाने वाला तत्व माना जाता है प्रेग्नेंसी के समय महिला की इम्युनिटी पावर थोड़ा कमजोर हो जाती है ऐसे में घी उसकी इम्युनिटी पावर को बढ़ाने का कार्य करता है।
शारीरिक कमजोरी करें दूर
देसी घी शरीर को ताकत प्रदान करता है। देसी घी खाने से महिला के शरीर में कमजोरी नहीं आती है। प्रसव के समय भी कठिनाई का सामना ज्यादा नहीं करना पड़ता है। और हड्डियों में मजबूती बरकरार रहती है।
शिशु का शारीरिक व दिमागी विकास
देसी घी को पोषक तत्व का खजाना माना जाता है। जो महिला देसी घी खाती है। उसके बच्चे का दिमागी विकास बहुत अच्छे से होता है। वह शारीरिक तौर पर भी मजबूत होता है।
एकाग्रता और याद्दाश्त
माना जाता है देसी घी का सेवन करने से महिला की एकाग्रता और याददाश्त में अभूतपूर्व वृद्धि होती है। महिला हर कार्य सही ढंग से कर पाने में सक्षम हो जाती है।
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देसी घी खाने के नुकसान – Pregnancy me Desi Ghee Khane ke Fayade
गर्भावस्था के दौरान घी का सेवन अच्छा नहीं है क्योंकि घी में सैचुरेटेड फैट होता है। गर्भावस्था के दौरान सैचुरेटेड फैट नियंत्रित मात्रा में लेने की सलाह दी जाती है।
गर्भावस्था के दौरान घी खाना भी आपके वजन पर निर्भर करता है। घी का सेवन तब ही करें जब अधिक वजन बढ़ने से कोई परेशानी ना हो अर्थात आपका वजन बढ़ने की गुंजाइश हो और इसके सेवन से आपके शरीर पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़े।
साथ ही अगर आप घी खा रही हैं तो इसका सेवन संतुलन से करें। अगर आपका वजन अधिक है तो घी के सेवन से परहेज करें।
क्योंकि देसी घी वजन बढ़ाने के लिए कुख्यात है और प्रेगनेंसी में अधिक वजन बढ़ने से जिस तरह की परेशानियां सामने आती है वह सब परेशानियां आपका वजन बढ़ने से सामने आएंगी जो ठीक नहीं है।
प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए लेबर पेन से पहले तो घी फायदेमंद है लेकिन प्रेग्नेंसी की शुरुआत में ये घातक हो सकता है। इसलिए प्रेग्नेंसी के शुरू के कुछ महीनों में घी खाने से बचें।
– सर्दी और कफ की शिकायत हो तो घी से दूरी बनाएं। घी के सेवन से कफ बनने लगता है और आपकी ये समस्या भयानक रूप ले सकती है।
– घी अधिक खाने से अपच और लूज-मोशन की समस्या हो सकती है।
– घी को कभी भी शहद के साथ नहीं खाना चाहिए। ये आपके लिए घातक साबित हो सकता है।
– अगर आपको लगे की आपने घी अधिक खा लिया है तो तब तक कुछ ना खाएं जब तक घी पूरी तरह से पच ना जाएं। इसके लिए आप हर आधे घंटे में गुनगुने पानी का सेवन कर सकते हैं।
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कैसे और कितना करें घी का सेवन – Pregnancy me Kitna Ghee Khana Hai
भरपूर फायदा लेने के लिए दूध के साथ 1 से 2 चम्मच घी लें। आप चपाती व दाल-सब्जी में डालकर भी इसका सेवन कर सकते हैं। घी को डाइट में शामिल कर रहे हैं तो हल्की-फुल्की एक्सरसाइज भी करें ताकि जरूरत से ज्यादा फैट जमा ना होने पाए।