प्रेगनेंसी में सिर दर्द के दौरान डॉक्टर से कब मिले | इलाज और सलाह

0
45

आज हम चर्चा करने वाले हैं अगर तक प्रेगनेंसी के दौरान सिर दर्द होता है तो —
इसके लिए किस प्रकार से इलाज किया जाता है.
सिर दर्द की किस अवस्था में हमें डॉक्टर से अवश्य मिलना चाहिए और
कुछ आवश्यक प्रश्न.

जब आप सिर दर्द की समस्या के लिए किसी डॉक्टर के पास जाते हैं तो वह पहले आपको कुछ सजेशंस देंगे ताकि बिना दवाई के ही यह कंट्रोल में लाया जा सके.

प्रेगनेंसी में सिर दर्द के दौरान डॉक्टर से कब मिले | इलाज और सलाह
 

इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी में खुजली आने के कारण

इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के दौरान बुखार आने पर सावधानियां

इन्हें भी पढ़ें : अगर प्रेगनेंसी में अंडे खाते हैं तो इन बातों का ध्यान जरूर रखें

इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के दौरान स्तनों में दर्द के घरेलू उपाय

इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के दौरान स्तन दर्द

इसके पीछे मुख्य कारण यह होता है कि कोई भी ऐसी दवाई देने से डॉक्टर बचते हैं जो कि गर्भस्थ शिशु को नुकसान दे सकती है. क्योंकि वह अभी अत्यधिक नाजुक स्थिति में होता है. इस वजह से जल्दी से कोई भी दवाई किसी भी रोग के लिए महिलाओं को देने से डॉक्टर बचते हैं.

डॉक्टर गर्भवती  महिलाओं को उनके सिर दर्द की समस्या में आइस पैक से सिकाई की सलाह दे सकते हैं, क्योंकि वैज्ञानिक अध्ययन में देखा गया है कि गर्दन की धनिया रक्त नलिका ऊपर अगर आइस पैक रख दिया जाए तो माइग्रेन की समस्या में कमी आ जाती है.

कभी-कभी गर्भवती महिलाएं किसी कारणवश अपनी नींद पूरी नहीं कर पाती हैं जिसकी वजह से लगातार ऐसा होने पर सिर  दर्द की समस्या नजर आने लगती है सिर  में भारीपन रहने लगता है इसलिए डॉक्टर यही कहते हैं कि आप सबसे पहले अपनी नींद को पूरा करें भरपूर नींद लें.

किसी भी प्रकार की दवाई देने से पूर्व डॉ महिलाओं को मसाज थेरेपी द्वारा ठीक करने की कोशिश कर सकते हैं लेकिन किसी भी प्रकार की मसाज डॉक्टर की सलाह और किसी एक्सपर्ट के द्वारा ही मसाज थेरेपी लेनी चाहिए.

बॉडी का कंप्लीट बायोफीडबैक लिया जाता है इसके अंदर शरीर की सभी उन गतिविधियों का मूल्यांकन किया जाता है जो बाहरी तरह से पता लगाई जा सकती हैं. जैसे कि —
रक्तचाप
मस्तिष्क की तरंगे (EEG)
सांस लेने की गति
आपके हृदय की गति
आपकी मांसपेशियों में खिंचाव
आपकी त्वचा का क्या तापमान है.

इन सब स्थितियों का मूल्यांकन करके उन्हें नियंत्रित करने की जानकारी दी जाती है, और इस तरह से माइग्रेन में काफी हद तक में काफी हद तक सुधार आ सकता है .

गर्भावस्था के दौरान बिना किसी दवाई के माइग्रेन को ठीक करने के लिए एक्यूपंचर विधि का भी प्रयोग किया जा सकता है. यह किसी एक्सपर्ट की निगरानी में अथवा उसके द्वारा ही किया जाए तो वही सही है.

एक्यूप्रेशर भी एक ऐसी ही विधि है जिसमें शरीर के अंगों को प्रेशराइज करके शरीर की अंदरूनी कमियों को ठीक किया जाता है इसमें मुख्यतः दर्द है. इसके द्वारा शरीर में ऐंठन, पीठ दर्द और सिर दर्द ठीक किए जा सकते हैं. लेकिन यह भी किसी एक्सपर्ट की देखरेख में अथवा उसके द्वारा ही होना चाहिए.

डॉक्टर से कब मिले – Pregnancy me Sir Dard, Doctor se kab Milna hai

साधारण सिर  दर्द की समस्या तो स्वयं घर पर ही ऊपर बताए गए उपायों द्वारा दूर हो सकती है लेकिन अगर कुछ विशेष समस्या हो तो डॉक्टर से मिलना अत्यधिक आवश्यक होता है जैसे कि–

सिर दर्द के साथ-साथ आंखों की दृष्टि में भी समस्या आने लगे तो डॉक्टर से मिले.
सिर दर्द के साथ साथ हाथ पैरों पर भी सूजन की समस्या हो तो डॉक्टर से मिले.
सिर दर्द के दौरान दिल में जलन महसूस हो तब भी आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए.
सिर दर्द होने के साथ-साथ पसलियों के नीचे भी दर्द हो रहा हो तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए.

बाकी आप अपने अनुभव और अपने विवेक के अनुसार सिर दर्द की समस्या में डॉक्टर से मिल सकती हैं –

महिलाओं का प्रश्न होता है कि क्या सिर दर्द की समस्या में दवाई ले सकते हैं जैसा कि अक्सिर  लेते हैं तो गर्भावस्था के दौरान अपने आप किसी भी प्रकार की दवाई का प्रयोग सिरदर्द अथवा किसी अन्य प्रकार के दर्द में नहीं करना चाहिए क्योंकि इस प्रकार की दवाइयां स्वयं आपको काफी नुकसानदायक होती हैं ऐसे में गर्भ शिशु को वह काफी नुकसान दे सकती हैं इसके लिए आप अपने डॉक्टर से परामर्श करके ही किसी भी प्रकार की दवाई का प्रयोग करें अपने आप तो भूलकर भी यह सपने में भी ना करें.

इन्हें भी पढ़ें : गर्भ में पुत्र प्राप्ति का उपाय – गाय का दूध

इन्हें भी पढ़ें : प्राचीन ऋषियों द्वारा पुत्री प्राप्ति के दिए गए पांच सूत्र

इन्हें भी पढ़ें : घर पर टूथपेस्ट से प्रेगनेंसी कैसे चेक करें

इन्हें भी पढ़ें : प्रेग्नेंट होने के तुरंत बाद यह लक्षण आते हैं गर्भ में लड़का या लड़की

कई जगह माना जाता है कि सिर दर्द की समस्या का जुड़ाव बच्चे के लिंग से होता है अर्थात इसके आधार पर बच्चे के लिंग को प्रिडिक्ट किया जाता है दोस्तों हमने भी कई सारे वीडियोस जेंडर फ्रिक्शन को लेकर बनाए हैं. लेकिन सिर  दर्द को लेकर हमें भी लगता है कि इसके द्वारा किसी भी प्रकार से बच्चे के लिंग को प्रिडिक्ट नहीं किया जा सकता है.

एक प्रश्न हमारे दर्शकों के मन में कई बार उठा है क्या सिर दर्द की वजह से गर्भपात हो सकता है दोस्तों वैसे तो गर्भपात का संबंध किसी भी प्रकार से सिर दर्द से नहीं होता है. लेकिन किस लक्षण का प्रभाव किस प्रकार से होता है यह कहना बड़ा मुश्किल होता है. इस प्रश्न का सही जवाब आपको आपका डॉक्टर ही दे पाएगा क्योंकि वह आपका चेकअप करके आपको बताएगा.

कुछ गर्भवती महिलाएं इस बात को लेकर चिंतित रहती है कि क्या सिर दर्द पूरी गर्भावस्था के दौरान रहेगा तो इस बारे में तो हमारा यही कहना है कि हर महिला को सिर दर्द नहीं होता है और कुछ महिलाओं को तो पूरी प्रेगनेंसी सिर दर्द हो सकता है कुल मिलाकर बिल्कुल भी निश्चित नहीं है कि अगर सिर दर्द होता है तो पूरी प्रेगनेंसी रहेगा ही.

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें