प्रेगनेंसी में क्यूं खाना चाहिये फूलगोभी - Why should you eat cauliflower in pregnancy
प्रेगनेंट महिलाओं में सबसे ज्यादा दुविधा इस बात को लेकर रहती है कि स्वस्थ बच्चे के लिए वह क्या खाए। अपने आहार में फूलगोभी को शामिल करना सबसे अच्छा विकल्प है या नहीं ।
तो आज हम इस वीडियो के माध्यम से आपको बताने की प्रेगनेंसी में फूलगोभी खाने से क्या-क्या लाभ होते हैं और क्या हानियां होती हैं ताकि आप बड़ी आसानी से इस बात का आकलन कर पाए कि आपको प्रेगनेंसी में फूलगोभी खाने चाहिए कि नहीं खानी चाहिए साथ ही साथ हम आपको यह भी बताएंगे कि फूलगोभी की न्यूट्रिशन वैल्यू क्या होती है दोस्तों चर्चा करते हैं .
फूलगोभी की न्यूट्रिशन वैल्यू - Phool Gobhi ki Nutrition Value
फूलगोभी में कैल्शियम, फास्फोरस, प्रोटीन, फोलेट, कार्बोहाइड्रेट, नियासिन और लौह तत्व के अलावा विटामिन ए, बी, सी, आयोडीन, और पोटैशियम तथा थोड़ी सी मात्रा में तांबा भी मौजूद होता है। गोभी आपको इतने सारे पोषक तत्व एक साथ प्रदान करती है।
कई शोध से यह बात सामने आई कि प्रेगनेंसी के दौरान फूलगोभी काफी फायदेमंद रहता है। गर्भावस्था के दौरान कैसे सोएं अच्छी नींद बेशक और भी ऐसे कई भोजन हैं जो प्रेगनेंसी के दौरान काफी फायदेमंद होते हैं, पर हम चाहेंगे कि आप फूलगोभी से होने वाले फायदों को नजरअंदाज न करें।
प्रेगनेंसी में फूलगोभी खाने के फायदे - Pregnancy me Phool Gobhi Khane ke Fayade
इन्हें भी पढ़ें : क्या प्रेगनेंसी में गर्म पानी से नहाना सुरक्षित है
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के शुरुआती 11 लक्षण - Part #2
इन्हें भी पढ़ें : गर्भावस्था के दौरान किन खाद्य पदार्थों का सेवन सुरक्षित नहीं है
इन्हें भी पढ़ें : क्या गर्भावस्था में सोडायुक्त पेय और सॉफ्ट ड्रिंक्स पीना सुरक्षित है
प्रेगनेंट महिला को आइरन से भरपूर भोजन की सलाह दी जाती है। प्रेगनेंसी के दौरान फूलगोभी का एक फायदा यह है कि फूलगोभी में आयरन तो होता ही है साथ ही साथ यह हैं आयरन को सोखने में भी शरीर की मदद करता है । अगर शरीर के अंदर आयरन की कमी रह जाती है तो इससे वक्त से पहले और कम वजन के बच्चे को जन्म देने का खतरा कम हो जाता है।
गर्भस्थ शिशु के विकास के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि उसकी जो कोशिकाओं का विकास हो वह सही तरीके से हो, फूलगोभी में पाए जाने वाले विटामिन ए और विटामिन बी भी प्रेगनेंसी के दौरान काफी फायदा पहुंचता है। ये विटामिन कोशिका के विकास में मदद करता है, जिससे भ्रूण का विकास सही तरीके से होता है ।
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी में अमरूद खाते हैं इन बातों का ध्यान रखें
तो आज हम इस वीडियो के माध्यम से आपको बताने की प्रेगनेंसी में फूलगोभी खाने से क्या-क्या लाभ होते हैं और क्या हानियां होती हैं ताकि आप बड़ी आसानी से इस बात का आकलन कर पाए कि आपको प्रेगनेंसी में फूलगोभी खाने चाहिए कि नहीं खानी चाहिए साथ ही साथ हम आपको यह भी बताएंगे कि फूलगोभी की न्यूट्रिशन वैल्यू क्या होती है दोस्तों चर्चा करते हैं .
फूलगोभी की न्यूट्रिशन वैल्यू - Phool Gobhi ki Nutrition Value
फूलगोभी में कैल्शियम, फास्फोरस, प्रोटीन, फोलेट, कार्बोहाइड्रेट, नियासिन और लौह तत्व के अलावा विटामिन ए, बी, सी, आयोडीन, और पोटैशियम तथा थोड़ी सी मात्रा में तांबा भी मौजूद होता है। गोभी आपको इतने सारे पोषक तत्व एक साथ प्रदान करती है।
कई शोध से यह बात सामने आई कि प्रेगनेंसी के दौरान फूलगोभी काफी फायदेमंद रहता है। गर्भावस्था के दौरान कैसे सोएं अच्छी नींद बेशक और भी ऐसे कई भोजन हैं जो प्रेगनेंसी के दौरान काफी फायदेमंद होते हैं, पर हम चाहेंगे कि आप फूलगोभी से होने वाले फायदों को नजरअंदाज न करें।
प्रेगनेंसी में फूलगोभी खाने के फायदे - Pregnancy me Phool Gobhi Khane ke Fayade
स्वस्थ हृदय
फूलगोभी आपके हृदय और कार्डियोवेस्कुलर सिस्टम को स्वस्थ रखता है। प्रेगनेंसी के दौरान फूलगोभी का फायदा यह होता है कि अगर आपका हृदय स्वस्थ रहेगा तो यह शरीर में रक्त के संचार को सही रखेगा और आपके गर्भाशय तक भी आवश्यक मात्रा में ब्लड की सप्लाई होती रहेगी साथ ही साथ यह हार्टबर्न की समस्या से भी मुक्ति दिलाता है।रक्त शुद्धि:
खून साफ करने और चर्म रोगों से बचाने में गोभी बेहद फायदेमंद होती है। इसके लिए आप चाहें तो कच्ची गोभी या फिर इसका जूस बनाकर सेवन कर सकते हैं। यह दोनों ही तरीके कारगर होंगे।इन्हें भी पढ़ें : क्या प्रेगनेंसी में गर्म पानी से नहाना सुरक्षित है
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के शुरुआती 11 लक्षण - Part #2
इन्हें भी पढ़ें : गर्भावस्था के दौरान किन खाद्य पदार्थों का सेवन सुरक्षित नहीं है
इन्हें भी पढ़ें : क्या गर्भावस्था में सोडायुक्त पेय और सॉफ्ट ड्रिंक्स पीना सुरक्षित है
प्लासेंटा फार्मेशन
फलगोभी में पाया जाने वाला फोलेट प्रेगनेंसी के दौरान काफी फायदेमंद होता है। फोलेट हेल्थी प्लासेंटा के फार्मेशन के लिए काफी जरूरी होता है। स्वस्थ और मजबूत प्लेसेंटा के द्वारा ही बच्चे का पोषण अच्छे तरीके से हो सकता है साथ ही साथ फोलेट शिशु के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है ।आइरन को एब्जार्ब करे
प्रेगनेंट महिला को आइरन से भरपूर भोजन की सलाह दी जाती है। प्रेगनेंसी के दौरान फूलगोभी का एक फायदा यह है कि फूलगोभी में आयरन तो होता ही है साथ ही साथ यह हैं आयरन को सोखने में भी शरीर की मदद करता है । अगर शरीर के अंदर आयरन की कमी रह जाती है तो इससे वक्त से पहले और कम वजन के बच्चे को जन्म देने का खतरा कम हो जाता है।
कैल्सियम
गर्भवती महिला के गर्भ में पल रहे शिशु के संपूर्ण विकास के लिए सबसे ज्यादा जरूरी यह है कि उसके शरीर का स्ट्रक्चर अर्थात उसके शरीर की हड्डियां मजबूत हो और इसके लिए कैल्शियम की अत्यधिक आवश्यकता होती है। ऐसे में गर्भावस्था के दौरान फूलगोभी का सेवन करना काफी फायदेमंद हो सकता है क्योंकि फूलगोभी में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है ।नियासिन
प्रेगनेंसी के दौरान फूलगोभी का एक फायदा यह भी है कि यह नियासिन का बेहतरीन स्रोत है। गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए यह पोषक तत्व बेहद जरूरी होता है, क्योंकि यह त्वचा, नर्व और डायजस्टिव सिस्टम के निर्माण में मदद करता है।कोशिका का विकास
गर्भस्थ शिशु के विकास के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि उसकी जो कोशिकाओं का विकास हो वह सही तरीके से हो, फूलगोभी में पाए जाने वाले विटामिन ए और विटामिन बी भी प्रेगनेंसी के दौरान काफी फायदा पहुंचता है। ये विटामिन कोशिका के विकास में मदद करता है, जिससे भ्रूण का विकास सही तरीके से होता है ।
विषैले तत्वों को बाहर निकाले
लिवर में मौजूद एंजाइम को सक्रिय करने के लिए फूलगोभी का सेवन काफी लाभदायक माना गया है। इसके सेवन से लिवर सही तरीके से काम करता है और शरीर से विषैले तत्वों को बाहर कर देता है।इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी में अमरूद खाते हैं इन बातों का ध्यान रखें
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी में अंजीर खाने के फायदे और नुकसान
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी में सेब खाने के फायदे और नुकसान
इन्हें भी पढ़ें : क्या प्रेगनेंसी में सेब खाना चाहिए
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी में कौन सी मछली खाएं, कौन सी नहीं खाएं
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी में गुड़ खाते हैं इन बातों का ध्यान रखें
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी में आयरन और कैल्शियम की गोलियां साथ न लें
इन्हें भी पढ़ें : प्रेग्नेंट होने में कितना समय लगता है
इन्हें भी पढ़ें : पुपुत्र प्राप्ति का यह वैज्ञानिक तरीका 99% पुत्र देगा
इन्हें भी पढ़ें : पुत्र प्राप्ति के 3 बलशाली टोटके
इन्हें भी पढ़ें : स्तन के आकार से जाने गर्भ में लड़का है या लड़की
इन्हें भी पढ़ें : मनचाही संतान प्राप्ति का सही टाइम ये है
प्रेगनेंसी के दौरान फूलगोभी खाने से शरीर में विटामिन K आवश्यक मात्रा में बना रहता है। शिशु की हड्डियों के निर्माण में कैल्शियम बहुत ज्यादा जरूरी होता है लेकिन विटामिन K शिशु की हड्डियों के कोशिकाओं को बनाने में मदद करता है और गर्भ के अंदर शिशु के विकास में विटामिन K का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है ।
कोलायटिस, पेट दर्द या पेट से संबंधित अन्य समस्याओं में गोभी कारगर है। चावल के पानी में इसके हरे भाग को पाकर इसका सेवन करने से पेट की समस्याओं से निजात मिलती है।
जोड़ों का दर्द, गठिया और हड्डियों में दर्द की समस्या होने पर गोभी और गाजर का रस बराबर मात्रा में मिलाकर पीने से काफी लाभ होता है। लगातार तीन महीने इसका सेवन बेहद लाभप्रद है।
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी में केला खाने को लेकर जरूरी जानकारी
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के दौरान अनार खाने के फायदे और नुकसान
इन्हें भी पढ़ें : कीवी खाने के फायदे और नुकसान
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी में खजूर कब खायें कैसे खाएं
इन्हें भी पढ़ें : क्या तिल का तेल खाने से गर्भपात हो सकता है
प्रेगनेंसी में फूलगोभी खाने के नुकसान- Pregnancy me Phool Gobhi Khane ke Nuksan
फूलगोभी विटामिन K में समृद्ध है, जो सामान्य रक्त के थक्के के लिए शरीर द्वारा उपयोग किया जाता है यह थक्का जमाने वाले जो दूसरे एलिमेंट हैं शरीर के अंदर उनके प्रभाव को कम कर सकता है।
फूलगोभी में कई जटिल कार्बोहाइड्रेट होते हैं जो पूरी तरह से पाचन तंत्र में टूट नहीं पाते हैं। ये कार्बोहाइड्रेट आंत्र बैक्टीरिया द्वारा पाले जाते हैं। कभी-कभी गैस और सूजन की समस्या हो जाती है।
फूलगोभी में प्यूरीन (purines) होता है, जो कि अधिक सेवन से कुछ बीमारियों का कारण बन सकती है। प्यूरीन यूरिक एसिड बनाने के लिए टूट जाते हैं और और यूरिक एसिड शरीर में कुछ बीमारियों का कारण होता है।
कुछ लोगों को फूलगोभी के सेवन से एलर्जी हो सकते हैं।
विटामिन सी
यह एक ऐसा विटामिन है, जिसका सेवन प्रेगनेंट महिला को करना चाहिए। विटामिन सी गर्भ में पल रहे शिशु के इम्युन सिस्टम के निर्माण में मदद करता है। फूलगोभी में विटामिन सी प्रचूर मात्रा में पाया जाता है। इसलिए प्रेगनेंसी के दौरान इसका सेवन अवश्य करना चाहिए।वजन संतुलित रखने में मददगार
प्रेगनेंसी के दौरान आप वजन कम होना चाहिए और ना ही वजन अधिक होना चाहिए हमेशा वजन संतुलित होना चाहिए फूलगोभी एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जो शरीर को संतुलित रखने में एक्स्ट्रा वजन को कम करने में सहायक होता है । इसमें मौजूद विटामिन सी अतिरिक्त वसा को कम करने में मदद करता है। इसमें फोलेट की मौजूदगी भी मोटापे से निजात दिलाने में मददगार है। और इसमें स्टार्च भी नहीं होता।इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी में आयरन और कैल्शियम की गोलियां साथ न लें
इन्हें भी पढ़ें : प्रेग्नेंट होने में कितना समय लगता है
इन्हें भी पढ़ें : पुपुत्र प्राप्ति का यह वैज्ञानिक तरीका 99% पुत्र देगा
इन्हें भी पढ़ें : पुत्र प्राप्ति के 3 बलशाली टोटके
इन्हें भी पढ़ें : स्तन के आकार से जाने गर्भ में लड़का है या लड़की
इन्हें भी पढ़ें : मनचाही संतान प्राप्ति का सही टाइम ये है
विटामिन 'के' को बढ़ाए
प्रेगनेंसी के दौरान फूलगोभी खाने से शरीर में विटामिन K आवश्यक मात्रा में बना रहता है। शिशु की हड्डियों के निर्माण में कैल्शियम बहुत ज्यादा जरूरी होता है लेकिन विटामिन K शिशु की हड्डियों के कोशिकाओं को बनाने में मदद करता है और गर्भ के अंदर शिशु के विकास में विटामिन K का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है ।
एंटी ऑक्सीडेंट
फूलगोभी यह एंटी ऑक्सीडेंट के साथ-साथ कैल्शियम मात्रा से भरपूर है, जो तंत्रिका तंत्र को मजबूत बनाता है, और इम्यून सिस्टम को मजबूत कर रोगों से शरीर की सुरक्षा करने में मदद करती है.मिनरल का स्रोत
हमारे शरीर के आवश्यक कार्य को संचालित करने के लिए बहुत सारे मिनरल्स की आवश्यकता शरीर को होती है और फूलगोभी में बहुत सारे मिनरल्स पाए जाते हैं जैसे कि जिंक, मैग्नीज, सोडियम और फास्फोरस । इन सारे मिनरल्स की आवश्यकता जितनी हमारे शरीर को होती है उतनी ही आवश्यकता इनकी भ्रूण के विकास में भी होती है । इसलिए प्रेगनेंसी के दौरान फूलगोभी को सबसे अच्छा आहार माना जाता है।अन्य :
मसूड़ों में दर्द, सूजन या मसूड़ों से खून आने की समस्या होने पर गोभी के पत्तों के रस से कुल्ला करना फायदेमंद होगा। यह पैराथायरॉइड ग्रंथि के सही कार्याकोलायटिस, पेट दर्द या पेट से संबंधित अन्य समस्याओं में गोभी कारगर है। चावल के पानी में इसके हरे भाग को पाकर इसका सेवन करने से पेट की समस्याओं से निजात मिलती है।
जोड़ों का दर्द, गठिया और हड्डियों में दर्द की समस्या होने पर गोभी और गाजर का रस बराबर मात्रा में मिलाकर पीने से काफी लाभ होता है। लगातार तीन महीने इसका सेवन बेहद लाभप्रद है।
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी में केला खाने को लेकर जरूरी जानकारी
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के दौरान अनार खाने के फायदे और नुकसान
इन्हें भी पढ़ें : कीवी खाने के फायदे और नुकसान
इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी में खजूर कब खायें कैसे खाएं
इन्हें भी पढ़ें : क्या तिल का तेल खाने से गर्भपात हो सकता है
प्रेगनेंसी में फूलगोभी खाने के नुकसान- Pregnancy me Phool Gobhi Khane ke Nuksan
फूलगोभी विटामिन K में समृद्ध है, जो सामान्य रक्त के थक्के के लिए शरीर द्वारा उपयोग किया जाता है यह थक्का जमाने वाले जो दूसरे एलिमेंट हैं शरीर के अंदर उनके प्रभाव को कम कर सकता है।
फूलगोभी में कई जटिल कार्बोहाइड्रेट होते हैं जो पूरी तरह से पाचन तंत्र में टूट नहीं पाते हैं। ये कार्बोहाइड्रेट आंत्र बैक्टीरिया द्वारा पाले जाते हैं। कभी-कभी गैस और सूजन की समस्या हो जाती है।
फूलगोभी में प्यूरीन (purines) होता है, जो कि अधिक सेवन से कुछ बीमारियों का कारण बन सकती है। प्यूरीन यूरिक एसिड बनाने के लिए टूट जाते हैं और और यूरिक एसिड शरीर में कुछ बीमारियों का कारण होता है।
कुछ लोगों को फूलगोभी के सेवन से एलर्जी हो सकते हैं।
Post a Comment