इस ARTICLE के माध्यम से हम चर्चा करेंगे कि
आपकी डॉक्टर से मीटिंग
कौन-कौन से टेस्ट इस महीने डॉक्टर आपसे करा सकते हैं
गर्भावस्था में क्या क्या सावधानी रखनी चाहिए क्या करें क्या नहीं
करें गर्भावस्था के दूसरे महीने होने वाली समस्याएं क्या-क्या है
पिता के लिए कुछ टिप्स और
अन्य कुछ बातें ……..
आपकी डॉक्टर से मीटिंग – Doctor se meeting
दूसरा महीना लगते ही आपको पता चल जाता है कि आप गर्भवती हैं तो आपको अपने डॉक्टर से कंसल्ट करने की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए. उससे अपनी मीटिंग फिक्स कीजिए. आप डॉक्टर के पास जाकर अपने मन में आने वाले बहुत सारे प्रश्नों के जवाब उनसे पूछ सकती हैं. जो आपकी और आपके बच्चे के स्वास्थ्य से संबंधित होंगे और आप दोनों के स्वस्थ रखने के लिए काफी कारगर भी होंगे. डॉक्टर इस वक्त आपको आपका चेकअप करके आपके लिए कुछ फूड सप्लीमेंट वगैरा आपको खाने के लिए दे सकते हैं, या आपको सजेस्ट कर सकते हैं. जिसमें मुख्यत आयरन और फोलिक एसिड के साथ-साथ कैल्शियम की पूर्ति के लिए कुछ होगा.
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प्रेगनेंसी के दूसरे महीने के टेस्ट – Pregnancy Second Month Suggested Tests
प्रेगनेंसी के दूसरे महीने में महिला के शरीर की स्थिति को जानने के लिए या उसके द्वारा अपने बारे में दिए गए ब्यौरे को परखने के बाद डॉक्टर आपको कुछ टेस्ट सजेस्ट कर सकते हैं –
आपके शरीर में शुगर के स्तर को जानने के लिए डॉक्टर शुगर टेस्ट भी करवा सकते हैं.
आपके शरीर में उच्च रक्तचाप की समस्या व किडनी की स्थिति को जानने के लिए प्रोटीन टेस्ट भी डॉक्टर से जिस कर सकते हैं.
आपके रक्त की जांच भी हो सकती है जिसमें हिमोग्लोबिन और आयरन के स्तर को जांचा जाएगा हिमोग्लोबिन अकाउंट किया जाएगा.
ब्लड के द्वारा भी, संक्रमण तो नहीं है इसकी जांच की जा सकती है.
चिकन पॉक्स और रूबेला की जांच भी हो सकती है.
साथ ही महिला के वजन को भी जांचा जाएगा.
अगर डॉक्टर्स को आशंका भी तो आपका थायराइड टेस्ट भी कराया जाएगा.किसी विशेष परिस्थिति में या किसी बीमारी के चलते बच्चे की सुरक्षा के दृष्टिकोण से और दूसरे प्रकार के बहुत सारे टेस्ट भी कराए जा सकते हैं लेकिन यह वह टेस्ट बड़े ही स्पेसिफिक होते हैं विशेष परिस्थितियों में कराए जाते हैं
जो अभी हमने बताएं नॉर्मल यह टेस्ट करवाए जाते हैं आजकल एड्स का टेस्ट भी बहुत कॉमन हो गया है इसको भी स्टैंडर्ड मानकर कराया जाता है यह पति और पत्नी दोनों का होता है.
प्रेगनेंसी के दूसरे महीने की सावधानियां – Pregnancy ke doosre Month ki Savdhaniya
दूसरा महीना शुरू हो गया है महिला को कुछ विशेष प्रकार के ध्यान भी अपनी लाइफ स्टाइल में रखने होंगे
इस महीने स्तनों में भारीपन आना शुरू हो जाता है तो इसलिए महिला को सपोर्ट इनरवियर पहनना शुरू करना चाहिए
भोजन को एक बार करने की जगह दिन में थोड़ा थोड़ा कई बार खाएं. इससे एक पचने में आसानी होती है. क्योंकि प्रेगनेंसी हारमोंस के चलते पाचन तंत्र थोड़ा कमजोर हो जाता है.
आप डॉक्टर की सलाह पर फोलिक एसिड या अन्य अनुपूरक ले सकते हैं.
आपको खूब सारा पानी पीना चाहिए जूस पीना चाहिए खुद को हाइड्रेट रखना चाहिए.
आप जो भी सब्जियां फल खाते हैं या सब्जियां बनाते हैं उन्हें पहले अच्छी तरह से धो लीजिए ताकि किसी भी संक्रमण का आपके शरीर तक पहुंचना मुश्किल हो जाए और उनका छिलका हटाकर ही खाएं
आपको ज्यादा से ज्यादा आराम करना है यह दोनों मां और गर्भ शिशु दोनों के लिए फायदेमंद है.
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अब आप गर्भवती हैं तो आपको कुछ चीजें बिलकुल छोड़नहीं होंगी
आप कोई भी दवा डॉक्टर से बिना पूछे बिल्कुल भी ना लें यह बच्चे के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
कभी भी खाली पेट ना रहे इससे आपको जी मिचलाने की समस्या बढ़ सकती है.
आप जंक फूड, फास्ट फूड और तला, भुना, चिकना पदार्थ खाने से परहेज करें अब आपको स्वाद के लिए खाना नहीं खाना है.
अगर आप धूम्रपान करती हैं वैसे तो भारतीय महिलाएं यह सब ना के बराबर करती हैं अगर आप करती हैं, शराब लेते हैं या तंबाकू का सेवन करते हैं तो इसे तुरंत छोड़ दें.
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गर्भावस्था के दूसरे महीने होने वाली समस्याएं – 2nd Month pregnancy issue
दूसरे महीने आपको कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जैसे कि आपके सीने में जलन हो सकती है हार्टबर्न की समस्या कही जाती है. और आप का पाचन तंत्र कमजोर हो सकता है यह दोनों समस्याएं शरीर की मांसपेशियों के शिथिल पड़ने की वजह से होता है और प्रेगनेंसी हार्मोन इन्हें शिथिल कर देता है तो यह दिक्कत तो आएंगी.
कुछ महिलाओं को लगता है कि प्रेगनेंसी में नसें उभरकर नजर आ रही हैं उनमें उस नीली नीली नजर आती हैं तो यह बड़ी ही सामान्य बात है अगर आप की नसें उभरकर नजर आ रही है तो समझ लीजिए कि आपके शरीर में पानी की कमी नहीं है यह नसें सामान्य अवस्था में भी उभरकर दिखाई पढ़नी चाहिए इसका अर्थ यह होता है कि आपके शरीर में पानी की कमी नहीं है जिनके शरीर में पानी की कमी होती है उनकी नसें नहीं दिखाई पड़ती है तो यह नुकसानदायक बात है .
आपको स्पॉटिंग की समस्या हो सकती है साथ ही साथ मॉर्निंग सिकनेस की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है आपको चाहिए कि आप सुबह उठते ही कुछ थोड़ा सा हेल्थी खा ले मॉर्निंग सिकनेस की समस्या कंट्रोल करने में यह मदद करेगा आप बिस्तर पर से उठने के बाद थोड़ा घूमे यह भी फायदेमंद होगा.
पिता के लिए टिप्स – Peeta ke lia Tips
होने वाले पिता के बच्चे को चाहिए कि वह गर्भवती महिला की खास देखभाल करें उनके लिए समय बढ़ाएं उन्हें भी अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए इस बात का ध्यान रखें कि पत्नी ठीक से खाये. उसकी नींद पूरी हो.
आप सही डॉक्टर का पता लगाइए किस अस्पताल में डिलीवरी करानी है इसकी जानकारी निकालिए.