Swollen feet problem during pregnancy | प्रेगनेंसी के दौरान पैरों में सूजन की समस्या

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प्रेगनेंसी के दौरान पांव फूलने या पांव में सूजन आने की समस्या को लेकर चर्चा करने जा रहे हैं. दोस्तों प्रेगनेंसी के दौरान पैरों में आने वाली सूजन समय के अनुसार या मौसम के अनुसार ज्यादा नजर आती है.

आज हम बात करेंगे

प्रेग्नेंसी के समय पैर पर सूजन कब आती है. पैर पर सूजन आने के क्या-क्या कारण हो सकते हैं.  पैर पर सूजन आने से क्या क्या परेशानियां या साइड इफेक्ट है. पैर की सूजन से निपटने के उपाय.

Swollen feet problem during pregnancy | प्रेगनेंसी के दौरान पैरों में सूजन की समस्या

प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली पैर की सूजन को एडिमा के नाम से भी जाना जाता है. यह एडिमा गर्भवती महिलाओं के लगभग तीन चौथाई शरीर को प्रभावित करता है, और यह गर्भावस्था के लगभग 22 सप्ताह से लेकर 27 सप्ताह के बीच में अक्सर शुरू हो जाता है, और यह तब तक रहता है, जब तक महिला मां नहीं बन जाती है.

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किसी भी गर्भवती महिला के शरीर में बच्चे की आवश्यकता ओं की पूर्ति के लिए तरल पदार्थों की आपूर्ति बढ़ जाती है. और आवश्यकता अनुसार ब्लड का प्रवाह भी तेज हो जाता है.  ऐसे में कभी कभी पैरों में सूजन की समस्या देखने में आती है. अगर आपका वजन भी तेजी के साथ बढ़ रहा है, तो भी यह सूजन देखने में आती है.

अगर आपके पैर में सूजन लगातार बनी रहती है और यह 1 दिन से ज्यादा रहती है, तो यह प्रीक्लम्पसिआ  के लक्षण हो सकते हैं. वैसे तो प्रीक्लम्पसिआ के सूजन के अलावा भी कई लक्षण और होते हैं, जैसे कि अचानक से बना हुआ ब्लड प्रेशर, अचानक से वजन का बढ़ जाना ,पेशाब में प्रोटीन का आना.  अगर आपका ब्लड प्रेशरऔर पेशाब सब नॉर्मल है तो घबराने की आवश्यकता नहीं होती है. पैरों पर सूजन आने के कारण आपको चलने में असहजता महसूस हो सकती है, और आपको अजीब सा लग सकता है.

 

पैर की सूजन या एडिमा से निपटने के उपाय

  • अगर आपको एडिमा की समस्या नजर आ रही है, तो आपको ऐसी जगह पर मसाज करने चाहिए. इससे आपके ब्लड का सरकुलेशन बढ़ता है, और सूजन को कम करता है. ऐठन की समस्या भी कम होती है. आप पैरों के पंजे अंगुली और तलवों पर मालिश कर सकती हैं.
  • एडिमा की समस्या होने पर गर्मी में बाहर निकलने से बचना चाहिए.
  • हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो नमक कम खाएं सेंधा नमक खाएं. इससे भी सूजन की समस्या में कमी आती है.
  •  महिला को अपने भोजन में कैल्शियम और प्रोटीन की मात्रा थोड़ा थोड़ा सा बढ़ा देना चाहिए .साथ ही साथ अधिक से अधिक पानी भी पीना चाहिए. तरल पदार्थ खाने चाहिए. इससे विषैले पदार्थ बाहर होंगे और पानी की शरीर में अधिकता रहने से सूजन की समस्या में कमी आएगी.
  • पैर लटकाकर बैठने से भी सूजन की समस्या पैरों में आ जाती है, इसलिए पैरों को लटका कर नहीं बैठे.
  • लगातार लंबे समय तक खड़े रहने से भी पैरों पर काफी प्रेशर बनता है.
  •  पैरों में वाटर रिटेंशन से बचने के लिए मौजे जरूर पहने, मौजे टाइट नहीं होने चाहिए.  इससे ब्लड सरकुलेशन प्रभावित होता है.
  • सूजन आने से पैरों की अंगुलियां मोटी हो जाती हैं इसलिए आरामदायक चप्पल और जूतों का प्रयोग करें अगर पैरों की अंगुलियों पर अधिक प्रेशर रहेगा तो यह समस्या बढ़ सकती है.
  • आप इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें तो पैरों में एडिमा की समस्या में अवश्य कमी आएगी और अधिक परेशानी होने पर आपको अपने डॉक्टर से भी संपर्क करने में बिल्कुल भी संकोच नहीं करना चाहिए.

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