प्रसव लाने के 14 प्राकृतिक तरीके | Natural way of delivery of Baby | 14 Method

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किसी भी गर्भवती महिला के लिए डिलीवरी का भी एक निश्चित टाइम फिक्स होता है. अगर समय से पहले डिलीवरी हो जाए या फिर निश्चित समय के बाद डिलीवरी होती है, तो दोनों ही परिस्थितियों में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. आज हम आपके साथ कुछ प्राकृतिक तरीके लेकर आए हैं. जिनकी सही समय पर डिलीवरी करवाने के लिए मदद ली जा सकती है.

प्रसव लाने के 14 प्राकृतिक तरीके | Natural way of delivery of Baby | 14 Method

1. प्रसव पीड़ा प्रेरित करने के प्राकृतिक तरीके

माना जाता है, अगर महिलाएं मसालेदार भोजन का प्रयोग करती हैं. यह प्रसव पीड़ा को प्रेरित करने का कार्य करता है. लेकिन इसके कभी-कभी दुष्परिणाम भी देखने को मिल सकते हैं. क्योंकि आप मसालेदार भोजन खा रहे हैं. इससे पहले आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछें .

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अनानास द्वारा प्रसव

प्रसव पीड़ा को उत्तेजित करने में अनानास भी काफी सहायक होता है. इसके अंदर ब्रोमलिन नाम का एंजाइम होता है, जो गर्भाशय को नरम करता है.

अगर किसी महिला को 40 हफ्ते पूरे हो चुके हैं, तो आप ताजे अनानास खाकर भी प्रसव पीड़ा को प्रेरित कर सकती है. लेकिन इसे अधिक मात्रा में खाने से डायरिया की समस्या हो सकती है. आपका पेट खराब हो सकता है. अनानास का जूस नहीं पीना चाहिए वर्ना इससे ब्रोमलिन नाम का जो एंजाइम है. वह समाप्त हो जाता है.

 लहसुन द्वारा प्रसव

लहसुन एक ऐसा पदार्थ है, जो प्रसव पीड़ा को उत्तेजित करने के काम में आता है. इसके खाने से मल पतला हो जाता है. इससे आपका गर्भाशय उत्तेजित हो जाता है. और इसके कारण संकुचन प्रारंभ हो सकते हैं.

मुलेठी द्वारा प्रसव

एक जड़ी-बूटी जैसे मुलेठी के नाम से जाना जाता है. यह भी प्रसव को उत्तेजित करने का कार्य करती है. मुलेठी अपने लैक्सेटिव प्रभाव से आंतों में ऐंठन पैदा करती है. जिससे संकुचन की स्थिति बनती है. और प्रसव प्रेरित होता है.

चहलकदमी द्वारा प्रसव

प्रेगनेंसी के अंतिम दिनों में अगर महिला ज्यादा चहलकदमी करती है. बाहर टहलने जाती है. तो उस शिशु के सिर से ग्रीवा पर प्रेशर पड़ता है. जिससे संकुचन शुरू हो सकते हैं. लेकिन इस स्थिति में आप को थकने से बचना है. क्योंकि प्रसव के लिए भी एनर्जी की आवश्यकता पड़ती है.

पपीते द्वारा प्रसव

कच्चा पपीता भी प्रसव पीड़ा को प्रेरित करने के लिए उपाय में लाया जाता है, क्योंकि इसके  अंदर लेटेक्स नाम का तत्व होता है. जो संकुचन शुरू करने के लिए जिम्मेदार हो सकता है.

अरंडी तेल द्वारा प्रसव

अरंडी का तेल भी प्रसव पीड़ा को उत्तेजित करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है. बाजार में इसका जूस, कैप्सूल या सिरप आसानी से आपको उपलब्ध हो जाते हैं. लेकिन यह प्रसव पीड़ा को प्रेरित करने में किस प्रकार से मदद करता है इस बारे में कोई भी रिसर्च नहीं की गई है. बस घरेलू उपाय के नाम पर इसका प्रयोग होता है.

मालिश द्वारा प्रसव

पहले समय में प्रसव पीड़ा को उत्तेजित करने के लिए मालिश का सहारा लिया जाता था, लेकिन यह मालिश किसी जानकार के द्वारा ही करवानी चाहिए. क्योंकि प्रेगनेंसी के समय किस प्रकार से मालिश करनी है. उसे पता होना चाहिए.

होम्योपैथिक दवाइयां द्वारा प्रसव

होम्योपैथिक पद्धति में भी प्रसव पीड़ा को उत्तेजित करने के लिए दवाइयां आती है. वह दवाइयां किस प्रकार से लेनी है. यह आप किसी होम्योपैथिक डॉक्टर से जान सकते हैं. वह आपकी स्थिति को देखते हुए आपको यह दवाइयां उपलब्ध करा सकते हैं.

गर्म पानी से नहाना

माना जाता है, अगर महिला गर्म पानी से नहाना शुरू कर दे, तो प्रसव पीड़ा शुरू हो सकती है. लेकिन साथ-साथ आपको इस बात का भी ध्यान रखना है, कि पानी ज्यादा गर्म नहीं होना चाहिए. वरना शिशु को परेशानी हो सकती है.

एक्यूपंचर

चाइनीस पद्धति एक्यूपंचर भी प्रसव पीड़ा को उत्तेजित करने के लिए प्रभावी मानी जाती है. इसमें आपके शरीर में विशेष स्थान पर सुईया चुभा कर यह कार्य किया जाता है. यह थोड़ा आपको डरावना लग सकता है, लेकिन वह सुइया दर्द नहीं करती हैं, और यह कार्य किसी अनुभवी के द्वारा ही होना चाहिए.

एक्यूप्रेशर

एक्यूपंचर की तरह एक्यूप्रेशर भी इस कार्य के लिए प्रभावी माना जाता है. बस बात वही है कि शरीर के किस हिस्से पर इतना दबाव डालना है, जिससे कि गर्भ शिशु को नुकसान ना हो और प्रसव क्रिया प्रेरित हो जाए इसका ध्यान रखना है, और यह कार्य भी किसी अनुभवी चिकित्सक के द्वारा ही होना चाहिए.

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रैस्पबेरी के पत्तों की चाय

माना जाता है कि रैस्पबेरी के पत्तों की चाय संकुचनों को प्रेरित कर सकती है. आपको इसे कब लेना है यह आप किसी जानकार या स्पेशलिस्ट से बात करके ही लें.

व्यायाम  द्वारा प्रसव

व्यायाम एक ऐसा तरीका है, जिसके द्वारा भी महिला प्रसव क्रिया को
प्रेरित कर सकती है लेकिन इसकी सलाह आपको किसी योगा आचार्य से ही लेनी
चाहिए. अभी तक इस बारे में कोई रिसर्च नहीं हुई है, कि व्यायाम भी इस
प्रक्रिया को प्रेरित कर सकता है, लेकिन माना जाता है कि व्यायाम यह कार्य
करता है.

प्रसव का अन्य तरीका

अगर आप की प्रेगनेंसी अच्छे से चल रही है. कोई जटिलता नहीं है. तो आप निपल्स को उत्तेजित करके भी प्रसव पीड़ा को प्रेरित करने का कार्य कर सकती हैं. क्योंकि इसके कारण ऑक्सीटॉसिन नाम का हार्मोन का स्राव होता है, जो संकुचन पैदा करने का कार्य करता है.

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