प्रेग्नेंसी के सातवें महीने की सावधानियां – Pregnancy ke seventh month ki precaution

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प्रेग्नेंसी के सातवें महीने की सावधानियां,  इनकी एक लंबी लिस्ट है जो हर महिला के अनुसार अलग-अलग हो सकती है लेकिन कुछ कॉमन ऐसी बातें हैं जिनको सभी महिलाओं को ध्यान रखना काफी आवश्यक होता है.

गर्भावस्था का सातवां महीना चल रहा है इस वक्त तो काफी बड़ा हो चुका है जो सावधानियां हमें पहले तिमाही में या उससे पहले तिमाही में रखने की आवश्यकता होती थी अब उन आवश्यकता में कुछ और छोटी मोटी आवश्यकता जुड़ चुकी हैं क्योंकि गर्भ बड़ा हो चुका है और कुछ नई चुनौतियां भी सामने आने लगी है……

सातवें महीने की प्रेगनेंसी में सबसे पहली सावधानी जिस पर हमने पहले भी अपने Post में चर्चा की है , वह है आपका भोजन, आपको अपने भोजन में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में लेने हैं. इसके लिए आप अपने डॉक्टर से भी सलाह ले सकते हैं, कि आप को क्या खाना चाहिए.

प्रेग्नेंसी के सातवें महीने की सावधानियां - Pregnancy ke seventh month ki precaution
  • पहले महीने की तरह ही इस महीने भी आपको फोलिक एसिड की बहुत ज्यादा आवश्यकता होती है. इसके लिए आप फोलिक एसिड से भरपूर भोजन को अपने खाने में शामिल करें. अगर आप मांसाहार का सेवन करती हैं तो मरकरी रहित मछलियां इसका अच्छा उपाय हैं.
  • प्रेगनेंसी के सातवें महीने में व्यायाम करने की सलाह नहीं दी जाती है, और अपने आप को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए आपको सुबह शाम सैर पर जाना चाहिए. इससे आपके शरीर में एक प्रकार की फ्लैक्सिबिलिटी बनी रहती है, जो आपको डिलीवरी के समय काफी मदद करती है.


  • वैसे तो नेचुरल भोज्य पदार्थ ही खा जाए तो सबसे अच्छा होता है लेकिन आज के समय हमारा भोजन इतना पोस्टिक नहीं रह गया है उतने पोषक तत्व उसके अंदर नहीं होते हैं इसके बहुत सारे कारण हैं  अपने शरीर में पौष्टिक तत्व की कमी को पूरा करने के लिए, डॉक्टर की सलाह पर अनुपूरक ले सकते हैं.
  • आपके लिए सबसे अच्छा रहेगा कि आप जिस कार्य में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती है ऐसे कार्य में व्यस्त रहें. अपने मस्तिष्क को को व्यस्त रखें,  जैसे-जैसे आप का डिलीवरी का समय नजदीक आता जाता है वैसे वैसे आपकी चिंता टेंशन बढ़ती जाती है , जाहिर सी बात है डिलीवरी के समय को लेकर. आपको बता दें आपकी टेंशन आपके बच्चे के विकास में रुकावट पैदा करते हैं, इसलिए आप अपने आपको बिजी रखें. समय आने पर डिलीवरी अपने आप आराम से हो जाएगी.
  • अब आपका गर्भ काफी बड़ा हो चुका है इसलिए आपको नींद लेते समय अपनी सही स्थिति का ज्ञान होना अत्यधिक आवश्यक है, और आपको यह भी पता होना चाहिए कि आपको किस अवस्था में सोना है, ताकि गर्भावस्था को किसी भी प्रकार का नुकसान ना हो. आप अपने सभी प्रकार के अनुभव अपने डॉक्टर से शेयर करें और उन अनुभव के आधार पर आपको डॉक्टर सजेस्ट करेंगे आपको किस प्रकार से सोना है.
  • आपको एक और विशेष बात का ध्यान रखना है कि आपको झुकने से बचना है, और आपको साथ ही साथ सीढ़ियां चलाने में भी सावधानी रखने की आवश्यकता है, क्योंकि बड़े हुए पेट की वजह से आपको सीढ़ियां ढंग से दिखाई नहीं देंगे इसलिए आप सीढ़ियों पर चढ़ने से बचें.

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  • अब आपका शरीर थोड़ा सा बेडौल हो चुका है इस वजह से आपके शरीर का बैलेंस भी थोड़ा सा गड़बड़ तो हो ही जाता है. ऐसे में आपको जूते चप्पल पहनने में काफी सावधानी रखने की आवश्यकता होती है. आप बिल्कुल भी ऐसे जूते चप्पल ना पहने जिनका आधार छोटा हो, एड़ियां ऊंची हो आप फ्लैट चप्पल पहने.  साथ ही साथ आप की चप्पल का तला ऐसा होना चाहिए जो फिसले नहीं.
  • बिल्कुल ढीले ढाले वस्त्र पहने और आपका कमरे में भी वेंटिलेशन प्रॉपर होना चाहिए ताकि आपको सांस लेने में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़े.
  • सातवां महीना डिलीवरी के लिए कुख्यात है अब के बाद कभी भी डिलीवरी होने के चांसेस बन जाते हैं इसलिए महिलाओं को अपने भोजन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है कोई भी ऐसी चीज ना खाएं जिस की तासीर गर्म हो.

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