स्वस्थ प्रेगनेंसी के 5 उपाय | Part 1

0
26
हम आपसे चर्चा करने वाले हैं , प्रेगनेंसी को किस प्रकार से स्वस्थ बनाया जाए. हमें कौन-कौन से उपाय करने चाहिए.स्वस्थ प्रेगनेंसी के 5 उपाय को लेकर हम चर्चा करने वाले हैं. जिससे कि हमारी गर्भावस्था, हमारा गर्भ शिशु दोनों ही स्वस्थ रहें.

किसी भी गर्भवती स्त्री को अपना खयाल शारीरिक तौर पर और मानसिक तौर पर दोनों तरह से रखना बहुत ज्यादा जरूरी होता है.

इसके लिए हम कुछ आपको दिशा निर्देशन दे देने जा रहे हैं. हमें उम्मीद है, कि आप उनका पालन करेंगे तो आपको एक स्वस्थ शिशु प्राप्त होगा.

अच्छा खाएं - Pregnancy me Postik Khana kaye

अच्छा खाएं – Pregnancy me Postik Khana Khaye

प्रेग्नेंसी के समय किसी भी महिला को अच्छा खाना चाहिए. अब यह अच्छा खाने का मतलब यह नहीं है कि —

खाना देखने में अत्यधिक सुंदर हो
स्वादिष्ट हो और
महंगा हो

अगर आपके खाने में यह तीनों गुण है, तो जरूरी नहीं वह खाना अच्छा ही हो. अच्छा से मतलब यहां पर खाने की पौष्टिकता से है. जो भोजन आपको और आपकी शिशु के लिए पोषण देने का कार्य करें.

आप 1 दिन में जितना खाना खाती है. उसका पांचवा हिस्सा आपके भोजन में फल और सब्जियां होने चाहिए.

स्वस्थ प्रेगनेंसी के लिए आपको 2 लोगों के हिस्से का भोजन नहीं खाना है. आपके गर्भ में एक नन्हा सा शिशु है,  आपको उसी हिसाब से अपना भोजन लेना है. आप कोशिश करें आपके भोजन की पौष्टिकता बढ़े. और साथ में यह भी जरूरी है, कि दूसरी तीसरी तिमाही में आपको अतिरिक्त 300 कैलोरी की आवश्यकता होती है.

मछली के अंदर अत्यधिक ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है. तो आप ऐसी मछली हफ्ते में दो या तीन बार खा सकती हैं, जिसके अंदर मरकरी नहीं पाया जाता है.

अगर आप मांसाहार का सेवन नहीं करती हैं, तो आपको शाकाहारी भोज्य पदार्थों से ओमेगा 3 फैटी एसिड प्राप्त करना है. जैसे कि मेवे, सोया उत्पाद, हरी पत्तेदार सब्जियां.

इन्हें भी पढ़ें : गर्भावस्था के दौरान सांस की तकलीफ को कैसे कम किया जा सकता है

इन्हें भी पढ़ें :प्रेगनेंसी के दौरान किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए

इन्हें भी पढ़ें : गर्भावस्था के दौरान मिठाई खाने की लालसा

इन्हें भी पढ़ें : गर्भावस्था में नींबू खाने के नुकसान और फायदे

इन्हें भी पढ़ें : गर्भावस्था में लीची का सेवन सुरक्षित है या नहीं

आप अपने भोजन में डेयरी उत्पाद जैसे कि दूध दही पनीर छाछ इत्यादि शामिल करें. अगर आपको दूध नहीं पचता है, तो दूध के अन्य ऑप्शन जैसे कि सोया दूध, सोया पनीर, बादाम और राजमा, छोले इत्यादि का चयन कर सकती हैं.

आपको दिन में 8 से लेकर 12 गिलास तक पानी रोज पीना है. आप अपने भोजन में फलों के जूस को भी शामिल करें .
अगर आप अपनी डाइट किसी डाइट एक्सपर्ट से डिजाइन करा ले तो इससे अच्छा कुछ नहीं. इस प्रकार की डाइट आपको तभी से रखनी है, जब आप प्रेगनेंसी के बारे में सोच रही हैं.

डॉक्टर से मिलें – Pregnancy me Doctor se Milte Rahe

जैसे ही आपको कंफर्म होता है, या आपको लगता है, कि आप गर्भवती हो गई हैं. आपको तुरंत एक अच्छे डॉक्टर के संपर्क में आना बहुत जरूरी होता है.

क्योंकि आपको गस्वस्थ प्रेगनेंसी से संबंधित आवश्यक सलाह डॉक्टर से मिलती रहेगी. डॉक्टर आपका चेक अप करने के बाद आपको आवश्यक अल्ट्रासाउंड स्कैन या दूसरे टेस्ट कराने की सलाह दे सकते हैं, जो कि आपकी और आपकी शिशु के लिए काफी मददगार होगी .

भोजन की स्वच्छता – Bhojan ki Safai per Dhyan De

स्वस्थ प्रेगनेंसी के लिए अगला उपाय है कि आप को अब भोजन बिना सोचे समझे नहीं खाना है. क्योंकि गर्भावस्था की अवस्था में महिला का इम्यून सिस्टम थोड़ा सा कमजोर हो जाता है.

कह सकते हैं, कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता की प्राथमिकता गर्भस्थ शिशु को सुरक्षा देना पहला कार्य होता है. आपके अपने शरीर की सुरक्षा दूसरा कार्य होता है.

ऐसे में छोटे-मोटे इंफेक्शन बड़ी जल्दी महिला को पकड़ लेते हैं. जैसे कि खांसी, जुखाम, बुखार, डायरिया, दर्द इत्यादि.

स्वस्थ प्रेगनेंसी के लिए महिला को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे कि —

  • किसी भी भोज्य पदार्थ को अधिक मात्रा में नहीं खाना है चाहे वह आपको पसंद ही क्यों ना हो.
  • बाजार के भोज्य पदार्थों से, जो कि स्ट्रीट फूड होते हैं या आप होटल से खाना मंगाते हैं उससे बचें.
  • कच्ची सब्जियों को अच्छी तरह से धोकर एक हैं जैसे कि सलाद कच्चा मांस या कच्चा अंडा बिल्कुल भी ना खाएं अगर आप इन्हें खाना चाह रही हैं तो आप इन्हें अच्छे से पकाकर ही खाएं रोस्टेड मांस बिल्कुल ना लें.
  • दूध को भी पीने से पहले अच्छी तरह उबाल ले उसके बाद भी चाहे तो ठंडा करके भी पी सकते हैं.
  • बासी भोजन न खाएं , फ्रिज में रखा भोजन भी ना खाएं उसमें भी फंगस होने का डर रहता है.

शरीर में आयरन की कमी ना हो – Body me Iron ki Kami nahi Hone Chaheye

इस बात का विशेष ध्यान रखें शरीर में आयरन की कमी नहीं होनी चाहिए.  आयरन हमारे ब्लड को बनाने का कार्य करता है.

यह ब्लड हमारे सारे शरीर में ऑक्सीजन सप्लाई करता है. और बच्चे के शरीर में भी सप्लाई करता है. अगर शरीर में रक्त की कमी होगी तो बच्चे को पोषण कम मात्रा में मिलेगा.

दूसरी बात आयरन खुद बच्चे के विकास का एक महत्वपूर्ण तत्व होता है. इसकी कमी बच्चे को नहीं होनी चाहिए.

आवश्यक व्यायाम करें- Pregnancy me Jaroori Yoga Kare

इन्हें भी पढ़ें : गर्भावस्था में पपीता खाए कि नहीं

इन्हें भी पढ़ें : गर्भावस्था में अनार खाने के क्या फायदे है

इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के दौरान आयरन के लिए खाद्य पदार्थ

इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी में आयरन की आवश्यकता क्यों होती है

इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के दौरान आवश्यक योगा

आवश्यक व्यायाम करें- Pregnancy me Jaroori Yoga Kare

स्वस्थ प्रेगनेंसी के लिए अगला उपाय है कि गर्भावस्था के दौरान किए जाने वाले व्यायाम के लिए आपको अपने डॉक्टर से जरूर पूछना चाहिए, कि एक गर्भवती स्त्री को कौन-कौन से महीने में कौन-कौन से व्यायाम करने चाहिए.

आपको नियमित तौर पर उन व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए. इससे कई प्रकार की समस्याओं में आपको मदद मिलेगी जैसे कि–

  • हाई ब्लड प्रेशर की समस्या समाप्त हो सकती है.
  • अंतिम समय में नॉर्मल डिलीवरी संभव है.
  • आपका टाइम भी अच्छे से पास होगा मूड सिंह की समस्या समाप्त होगी .
  • पाचन क्रिया ठीक होने में मदद मिलेगी .
  • अचानक से प्रेगनेंसी के कारण शरीर में आई स्थिरता समाप्त होगी और भी दूसरे बहुत सारे फायदे हैं जो बयान से प्राप्त होते हैं.

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें